चीन की तर्ज़ पर पाकितान नेपाल से नज़दीकी बढ़ाने की कोशिशों में लगा हुआ है. जिससे वो नेपाल में भारत के प्रभाव को कम कर सके. सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान काठमांडू में नेशनल डिफेंस कॉलेज बनाना चाहता है, जिससे वह नेपाल की सेना में अपनी पैठ मजबूत कर सके. ख़ुफ़िया एजेंसियों के मुताबिक पाकिस्तान जहां नेपाल में नेशनल डिफेंस कॉलेज बनाना चाहता है, वही काठमांडू में स्थित पाक हाई कमीशन एन्टी इंडिया प्रोपगेंडा चला रहा है.
केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी के एक अधिकारी के मुताबिक पाकिस्तान और नेपाल के बीच नेशनल डिफेंस कॉलेज बनाने को लेकर पिछले कुछ दिनों में कई राउंड की बात हो चुकी है. पाकिस्तान पिछले कुछ सालों में नेपाल के साथ अपने डिप्लोमेटिक रिश्तों को लगातार मजबूत करने में लगा हुआ है, जिससे वह भारत के प्रभाव को कम कर सके.
ऐसे भारत का बढ़ेगा सिरदर्द
पिछले दिनों एक ख़ुफ़िया रिपोर्ट में ये कहा गया था कि पाकिस्तान नेपाल में भारत विरोधी आतंकी गुटों की मदद करने में लगा हुआ है, जिससे आतंकी नेपाल और भारत की खुली सीमा का फायदा उठा कर भारत मे दाखिल हो सकें. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई एक बार फिर से इंडियन मुजाहिदीन को जिंदा करने की साज़िश में लगी हुई है. ख़ुफ़िया एजेंसियों की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ आईएसआई की नज़र बांग्लादेशियों पर भी है, जिन्हें इंडियन मुजाहिद्दीन में शामिल कर भारत पर हमला कराने की साज़िश में लगी है.
भारत पर हमले की साजिश
खुफ़िया एजेंसियों को जो इनपुट मिले हैं, जिसके मुताबिक 7 बांग्लादेशी संदिग्धों के काठमांडू पहुंचने की जानकारी आई थी. आईएसआई उन्हें वहां से अपने स्लीपर सेल के जरिये पाकिस्तान के लाहौर ले जाने की कोशिश में लगी थी. ख़ुफ़िया एजेंसियो को शक है कि इन्हें ट्रेनिंग दे कर पाकिस्तान इनके जरिए भारत पर हमले करा सकता है. केंद्रीय सुरक्षा से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक हमें ऐसे इनपुट मिले हैं कि पाकिस्तान की आईएसआई बांग्लादेश के कुछ आतंकवादी संगठनों जैसे कि जमात उल मुजाहिद्दीन यानी जेएमबी के साथ मिलकर भारत और बांग्लादेश के खिलाफ आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे सकती है.
बता दें कि जब से भारतीय जांच एजेंसियों की पकड़ में इंडियन मुजाहिद्दीन का संस्थापक यासीन भटकल आया है इंडियन मुजाहिद्दीन की कमर टूट गई है. भारत पर बड़े हमले न कर पाने से आईएसआई बौखलाहट में है और इसके लिए उसकी नज़र एक बार फिर से सिमी पर है. कुछ दिनों पहले एक ख़ुफ़िया रिपोर्ट में ये कहा गया था कि बांग्लादेश में इस्थित जमात उल मुजाहिद्दीन के टेरर कैम्प्स में लश्कर ए तैयबा के आतंकवादियों को देखा गया था, जो आईएसआई के इशारे पर जेएमबी के आतंकियो को ट्रेनिग दे रहे हैं.