भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक टिड्डियों से भरी एक टोकरी अपने सिर पर लेकर शुक्रवार को विधानसभा भवन पहुंचे। इसके बाद उन्होंने राजस्थान सरकार से टिड्डी हमले से प्रभावित किसानों को जल्द मुआवजा देने की मांग की।
उन्होंने कहा कि उत्तर पश्चिमी राजस्थान के 12 जिलों के किसान टिड्डियों के हमले से परेशान हैं जिनकी सात लाख हेक्टेयर में खड़ी फसल बर्बाद हो गयी है। उन्होंने कहा कि नौ अरब रुपये से ज्यादा का नुकसान राज्य के किसानों का हुआ है और राज्य सरकार इस मामले में पूरी तरह विफल रही है।
बता दें कि राजस्थान का सीमावर्ती इलाका आजकल टिड्डियों का दंश झेल रहा है। पाकिस्तान से लगते इन जिलों में इस बार टिड्डियों ने बड़े पैमाने पर हमला किया है, जिससे किसान बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं।
राज्य सरकार के अधिकारियों के अनुसार हमेशा की तरह इस बार भी इन टिड्डी दलों का सबसे अधिक असर पाकिस्तानी सीमा से लगते जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर और बीकानेर जिलों में है।
थार रेगिस्तान का यह इलाका पाकिस्तान के सिंध प्रांत के सामने पड़ता है और टिड्डी दल हवाओं के साथ इसी सीमा से होकर भारत में आते हैं।
एक टिड्डी दल में हजारों-लाखों की संख्या में टिड्डियां होती हैं और जहां भी यह पड़ाव डालता है, वहां फसलों व अन्य वनस्पतियों को साफ करता हुआ चला जाता है।
राजस्थान के किसान बीते लगभग तीन दशक के सबसे बड़े टिड्डी दल हमले का सामना कर रहे हैं। राजस्थान के कई जिले इस हमले से प्रभावित हैं।
राज्य सरकार ने प्रभावित इलाकों में विशेष गिरदावरी (नुकसान आकलन) का आदेश दिया है और अधिकारियों का कहना है कि टिड्डी दल हमला एक अंतरराष्ट्रीय समस्या है जिसका मुकाबला भी समन्वित प्रयासों से किया जा सकता है और आने वाले दिनों में भी सावधान रहने की जरूरत है।