विश्व कप का वह मैच जिस पर सबकी निगाहें रहती हैं। वह मैच जिसमें भारत का मुकाबला पाकिस्तान से होता है। उस मुकाबले को लेकर
पाकिस्तान खिलाड़ियों ने अपने बोर्ड से एक अजीब-सी मांग कर डाली। पाकिस्तानी खिलाड़ी 16 जून को भारत के खिलाफ होने वाले मैच में विकेट मिलने के बाद अलग तरह का जश्न मानना चाहते थे। उनकी इस ख्वाहिश को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने नकार दिया है।सादिक ने लिखा कि पीसीबी ने सरफराज अहमद और उनकी टीम की उस अपील को नामंजूर कर दिया है। इस अपील वह भारत के खिलाफ होने वाले मैच में विकेट मिलने के बाद अलग तरह का जश्न मानाने की मांग कर रहे थे। टीम की यह मांग भारतीय टीम द्वारा मार्च में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए वनडे मैच में सेना की कैप पहनने के प्रतिकार के रूप में की गई थी। 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में 40 से ज्यादा सीआरपीएफ जवानों की जान चली गई थी। उन्हीं को नमन करने के लिए भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में सेना जैसी कैप पहनी थी।
पीसीबी ने अपने खिलाड़ियों से कहा कि वह क्रिकेट पर ध्यान दें और बोर्ड ने सरफराज अहमद की टीम की इस अपील को खारिज कर दिया। उन्होंने साथ ही पीसीबी चेयरमैन अहसान मनी का जबाव भी लिखा है जिसमें अहसान ने कहा कि हम वो नहीं कर सकते जो अन्य टीमें करती हैं। कई तरह से जश्न मनाया जा सकता है जैसा कि मिस्बाह उल हक ने लॉर्डस में मनाया था, वो भी सेना को नमन था, लेकिन विकेट गिरने पर कुछ अलग नहीं। ICC ने धौनी को ऐसा करने से रोक दिया है। सैना को सम्मान देने के लिए भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने ग्लव्स पर बलिदान बैज का इस्तेमाल किया था। इसके बाद से पाकिस्तान में इसको लेकर एक प्रकार की नाराजगी देखी जा सकती है।