नई दिल्ली: उत्तराखंड की सियासत में आया भूचाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. सीएम हरीश रावत प्रदेश की परिस्थिति पर चर्चा के लिए आज शाम दिल्ली आ रहे हैं, जहां हरीश रावत की कांग्रेस हाईकमान के सामने पेशी होगी.
दरअसल, उत्तराखंड में कांग्रेस के 9 विधायकों की बगावत के बाद हरीश रावत की सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. राज्यपाल कृष्णकांत पाल ने मुख्यमंत्री से 28 मार्च तक विधानसभा के पटल पर अपना बहुमत साबित करने को कहा है.
एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए हरीश रावत ने दावा किया है कि उनके पास बहुमत है. लेकिन इस बीच हरीश रावत ने बीजेपी पर 5-5 करोड़ का लालच देकरकांग्रेस के विधायकों को खरीदने का आरोप भी लगाया है.
राहुल गांधी ने संभाला मोर्चा
उत्तराखंड में मची राजनीतिक उठापटक में अब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी कूद गए हैं. राहुल गांधी ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है. राहुल ने ट्वीट कर कहा, ”बिहार में फेल होने के बाद विधायकों की खरीद फरोख्त कर चुनी हुई सरकार को गिराना, पैसे और पॉवर का दुरुपयोग करना बीजेपी नई पहचान हो गई है.”
राहुल गांधी ने पीएम मोदी को सीधे निशाने पर लिया है. राहुल गांधी ने आगे कहा, “पहले अरुणाचल और अब उत्तराखंड में लोकतंत्र और संविधान पर हमला मोदी जी की बीजेपी का असली चेहरा है.”
सरकार नहीं बनाएगी बीजेपी: सूत्र
एबीपी न्यूज़ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी विधायकों के बहुमत के दावे के बावजूद बीजेपी सरकार नही बनाएगी. ऐसे में प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगने की संभावना बढ़ गई है.
भाई बहुगुणा को मनाने के लिए बहन बहुगुणा
कांग्रेस नेतृत्व ने पार्टी प्रवक्ता रीता बहुगुणा जोशी से कहा है कि वह बागी रूख अपनाने वाले अपने बड़े भाई विजय बहुगुणा को मनाएं और सम्मान के साथ वापसी करने के लिए कहें. विजय बहुगुणा ने बीजेपी का हाथ थाम लिया है.
बागी कृषि मंत्री हरक सिंह रावत को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया है. हरक सिंह रावत पर विधानसभा में असंसदीय आचरण का आरोप है. एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए हरक सिंह रावत ने कहा, “विधानसभा में हुए बजट विरोधी मतदान को राजनैतिक द्वेष के चलते नहीं माना गया, अगर मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि बजट पास हो गया तो फिर हम पर कार्रवाई क्यों ?”
गुड़गांव के फाइव स्टार में बागी
उत्तराखंड बीजेपी के विधायक कांग्रेस के बागी विधायकों के साथ गुड़गांव के होटल लीला एंबियन्स में ठहरे हैं और आगे की रणनीति के लिए बीजेपी के नेतृत्व के साथ बातचीत कर सकते हैं.
राज्यपाल का बहुमत साबित करने का निर्देश ऐसे समय आया है जब बीजेपी ने दावा किया कि 70 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के नौ बागी विधायकों को मिलाकर उसे 35 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. साथ ही पार्टी ने कहा कि रावत सरकार अल्पमत में आ गयी है. उधर रावत ने जोर दिया है कि वह विधानसभा में अपना बहुमत साबित करने को तैयार हैं.