गूगल ने डूडल बनाकर दुनिया की पहली महिला इंजीनियर एलिसा लेओनिडा जमफिरेसको को श्रंद्धाजलि अर्पित की है। आज उनकी 131 वीं जयंती है। एलिसा जनरल असोसिएशन ऑफ रोमानियन इंजिनियर्स (एजीआईआर) की पहली महिला सदस्य थीं और जिअॉलॉजीकल इंस्टिट्यूट ऑफ रोमानिया के कई प्रयोगशालाओं का नेतृत्व किया।
एलिसा का जन्म 10 नवंबर, 1887 को रोमानिया के गलाटी शहर में हुआ था। एलिसा की सफलता की राह इतनी आसान भी नहीं थी। शिक्षा से लेकर करियर बनाने तक में उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। उन्होंने रोमानिया के प्राकृतिक संसाधनों का अध्ययन किया और पुरुषों के वर्चस्व वाले मैदान में अपना अलग मुकाम बनाया।
उन्होंने बुखारेस्ट स्थित सेंट्रल स्कूल ऑफ गर्ल्स से अच्छे नंबरों के साथ हाई स्कूल की परीक्षा पास की थी। मगर, जब उन्होंने बुखारेस्ट के स्कूल ऑफ हाइवेज ऐंड ब्रिजेज में हायर स्टडीज के लिए आवेदन किया, तो उन्हें भेदभाव का शिकार होना पड़ा। उनका आवेदन महज इस वजह से रद कर दिया गया क्योंकि वह लड़की थीं।
इसके बाद एलिसा ने जर्मनी की रॉयल टेक्निकल एकेडमी में अप्लाई किया, जहां साल 1909 में उनका आवेदन स्वीकार कर लिया गया। हालांकि, यहां भी उन्हें भेदभाव का सामना करना पड़ा। एक बार संस्थान के प्रमुख ने उनसे कहा, ‘बेहतर होता कि आप चर्च, बच्चे और रसोई पर फोकस करतीं।’