चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 23.9 फीसद की गिरावट से फैली निराशा के बीच भी भविष्य को लेकर वित्त मंत्रालय आशान्वित है। वित्त मंत्रालय का दावा है कि जुलाई से अर्थव्यवस्था को अनलॉक करने की प्रक्रिया का असर हुआ और अर्थव्यवस्था अब वी शेप में रिकवर कर रही है। इस संबंध में शुक्रवार को वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग की तरफ से रिपोर्ट जारी की गई।
रिपोर्ट के मुताबिक वी शेप रिकवरी के संकेत ऑटो बिक्री, ट्रैक्टर बिक्री, खाद बिक्री, रेलवे से होने वाली माल ढुलाई, स्टील की खपत व उत्पादन, सीमेंट उत्पाद, बिजली की खपत, ई-वे बिल, जीएसटी राजस्व संग्रह, हाईवे पर होने वाले रोजाना के टोल संग्रह, खुदरा स्तर पर होने वाले वित्तीय ट्रांजेक्शन, मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआइ एवं प्रमुख उद्योग के प्रदर्शन व निर्यात से मिल रहे हैं। मंत्रालय का कहना है कि इन सभी के उत्पादन स्तर पिछले साल जुलाई-अगस्त के आसपास पहुंच गए हैं या फिर उस स्तर को पार कर गए हैं।
इस साल अप्रैल से लेकर जून तक गिरावट दर्ज करने वाली ऑटोमोबाइल की बिक्री ने अगस्त महीने में बढ़ोतरी दर्ज की। अगस्त महीने में यात्री वाहनों की बिक्री में 20 फीसद तक की बढ़ोतरी रही। ट्रैक्टर की बिक्री में भी इजाफा रहा। दोपहिया वाहनों की बिक्री में भी पिछले साल के मुकाबले 7-8 फीसद का इजाफा रहा। कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में मजबूती से खाद के उत्पादन में गत तीन महीनों से पिछले साल के मुकाबले बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। इस साल मार्च में 52,362 ट्रैक्टर का पंजीकरण किया गया था जो अगस्त महीने में बढ़कर 66,061 हो गया।
वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल जुलाई में 9.52 करोड़ टन माल की ढुलाई की गई जो पिछले साल की समान अवधि के आसपास है। पिछले साल जुलाई में 9.97 करोड़ टन माल की ढुलाई हुई थी। अगस्त के पहले 20 दिनों में 5.66 करोड़ टन माल की ढुलाई की गई। वित्त मंत्रालय के मुताबिक इस साल अप्रैल में 79 लाख यात्री बुकिंग रद्द की गई जबकि इस साल जुलाई 1.46 करोड़ यात्री की बुकिंग की गई। इस साल मई में सिर्फ 2.8 लाख यात्रियों ने हवाई यात्राएं की।
इस साल जुलाई में हवाई यात्रा करने वालों की संख्या बढ़कर 21.1 लाख हो गई। इस साल जुलाई में स्टील का उत्पादन 74.02 लाख टन तो सीमेंट का उत्पादन 242.47 लाख टन रहा। पिछले साल जुलाई में स्टील का उत्पादन 86.13 लाख टन तो सीमेंट का उत्पादन 280 लाख टन था। मंत्रालय के मुताबिक बिजली की खपत अगस्त महीने में पिछले साल के 97 फीसद के पास पहुंच गया। अगस्त महीने में 13.8 लाख करोड़ ईवे बिल जेनरेट किया गया जो पिछले साल के 97.2 फीसद के बराबर है।