चरखी दादरी। गांव समसपुर में प्रस्तावित पशु पॉलीक्लीनिक निर्माण परियोजना को सरकार ने स्वीकृति तो दे दी, लेकिन धरातल पर काम शुरू करने के लिए 15 माह बाद भी बजट जारी नहीं किया है। शहर से सटते गांव समसपुर में तीन एकड़ जमीन पर पशु पॉली क्लीनिक बनना है। पॅाली क्लीनिक खुलने के बाद पशुओं की सर्जरी की सुविधा व बच्चेदानी का इलाज जिले में ही हो सकेगा। जिले में इस समय विभिन्न श्रेणी के 1.98 लाख पशु हैं।
चरखी दादरी जिला पशुपालन के क्षेत्र में अग्रणी रहा है। जिले की देसी गाय राज्यस्तरीय दुग्ध एवं सौंदर्य प्रतियोगिता में प्रदेश में नाम रोशन कर चुकी हैं। समय-समय पर होने वाली दुग्ध प्रतियोगिताओं में भी जिले के पशुपालक सक्रियता से भाग लेते रहे हैं। गाय, भैंस, घोड़ा, ऊंटों का पशु मेलों में बढि़या प्रदर्शन रहा है। बाढड़ा का ऊंट हिसार पशु मेला में हर साल नाम कमाता आ रहा है।
जिले के पशु अस्पतालों में लंबे समय से आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं की कमी बनी रही है। पशु विशेषज्ञ भी अब तक यहां तैनात नहीं किए गए हैं जिससे कई बार समय-समय पर पशु असाध्य रोगों का समय पर इलाज न होने पर दम तोड़ देते हैं। इससे पशुपालक एवं देश के पशुधन को आर्थिक नुकसान होता है। हालांकि गांवों में 55 डिस्पेंसरी जरूर हैं, इनमें छोटे- मोटे रोगों के उपचार की ही सुविधा है। गंभीर मामला आने पर हिसार कृषि विश्वविद्यालय ले जाना पड़ता है। इससे पशुपालक को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।
इन डिस्पेंसरी में वीएलडीए तैनात होते हैं। इसी प्रकार जिला में 28 मिनी अस्पताल हैं। इनमें चिकित्सकों के कई पद खाली पड़े हैं। जिले में पॉलीक्लीनिक की सरकार ने सवा साल पहले मंजूरी दे दी थी अब बजट का इंतजार सता रहा है। यह गांव समसपुर में बनना है। यह जमीन पंचायती है जो खेल स्टेडियम के समीप खातीवास रोड पर स्थित है।
– सात विशेषज्ञों समेत लैब की मिलेगी सुविधा
पॉली क्लीनिक खुलने से यहां सर्जरी का स्पेशल चिकित्सक तैनात हो सकेगा। इतना ही नहीं बच्चादानी का विशेषज्ञ भी तैनात होगा। पूरी लैब की सुविधा मिल सकेगी। मेडिसिन का विशेषज्ञ अलग से तैनात होगा। इस प्रकार सात विशेषज्ञ चिकित्सकों की सुविधाएं मिल सकेंगी। एसडीओ के भी दो पद और सृजित किए जाएंगे। जिला में दो पशु डिस्पेंसरी सरकार ने पहले ही अपग्रेड कर दी हैं। गांव रानीला व दगड़ोली स्थित पशु डिस्पेंसरी को अपग्रेड किया जा चुका है।
पॉली क्लीनिक निर्माण के लिए बजट नहीं आया है। जैसे ही बजट मिल जाएगा, इस प्रोजेक्ट को जल्द ही पूरा करवाया जाएगा। यह तीन एकड़ जमीन में बनना है। पॉलीक्लीनिक बनने से सर्जरी की सुविधा भी शुरू हो जाएगी। पशु विशेषज्ञ भी तैनात होंगे। लैब भी स्थापित की जाएगी।
-डॉ.जसवंत जून, डिप्टी डायरेक्टर, पशुपालन विभाग
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