भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष में आने वाली एकादशी को परिवर्तिनी (Parivartini Ekadashi) या जलझूलनी एकादशी भी कहा जाता है। इस साल परिवर्तिनी एकादशी का व्रत 14 सितंबर को किया जाएगा। ऐसे में एकादशी के दिन शनिवार का योग रहने वाला है। साथ ही गणेश महोत्सव भी चल रहा है। ऐसे में इस दिन विष्णु जी के साथ-साथ शनिदेव और भगवान गणेश की भी पूजा की जा सकती है।
ऐसे करें शनिदेव को प्रसन्न (Parivartini Ekadashi Upay)
शनिवार के दिन पड़ रही परिवर्तिनी एकादशी के दिन शनिदेव की पूजा जरूर करें। पूजा के दौरान शनिदेव का सरसों के तेल से अभिषेक करें। इसके बाद शनिदेव को नीले फूल, काले तिल, काली उड़द की दाल अर्पित करें। अब शनि मंत्र ऊँ शं शनैश्चराय नम: का जाप करें।
जरूर करें इन चीजों का दान
परिवर्तिनी एकादशी यानी शनिवार के दिन जरूरतमंद लोगों को दान आदि जरूर दें। इस दिन आप तेल, तिल का दान के साथ-साथ धन, अन्न, छाते, और जूते-चप्पल आदि का भी दान कर सकते हैं। इससे शनिदेव की कृपा आपके ऊपर बनी रहती है।
करें ये काम
परिवर्तिनी एकादशी के पीपल के पेड़ की पूजा करें और जल में शक्कर डालकर अर्पित करें। वहीं शाम के समय पीपल के पेड़ के समक्ष घी का दीपक जलाएं। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से व्यक्ति को कर्ज से मुक्ति मिल सकती है।
विष्णु जी को करें प्रसन्न
परिवर्तिनी एकादशी के दिन दूध में केसर मिलाकर भगवान श्री हरि का अभिषेक करें। इसी के साथ विष्णु जी को पीले फूल की माला और पीली मिठाई का भोग लगाएं। इससे भगवान विष्णु अति प्रसन्न होते हैं और साधक को सुख और सौभाग्य का आशीर्वाद देते हैं।
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