गाजियाबाद में पत्रकार की हत्या पर राजनीति गरमा गई है. कांग्रेस ने इस वारदात के जरिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेरा है. कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सरजेवाला ने सीएम योगी को संबोधित करते हुए कहा कि काश आपका परिवार होता, बेटियां होतीं तो आपको दर्द पता चलता. इसके साथ ही सुरजेवाला ने कहा कि यूपी में पत्रकारिता करना पाप हो गया है.
गौरतलब है कि पत्रकार विक्रम जोशी ने अपनी भांजी से छेड़छाड़ का विरोध किया था. उन्होंने पुलिस में भी शिकायत की थी. पुलिस की कार्रवाई से पहले ही आरोपियों ने गाजियाबाद के विजयनगर इलाके में विक्रम जोशी को घेरकर गोली मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई. इस मसले पर ही कांग्रेस ने पुलिस की नाकामियां बताते हुए यूपी सरकार की आलोनचा की है.
कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ”गाजियाबाद में अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ का विरोध कर रहे पत्रकार की हत्या ने पूरे यूपी में गुंडाराज का पर्दाफाश कर दिया है. जब गाजियाबाद में ये हालात हैं तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि यूपी की आदित्यनाथ सरकार में गुंडाराज और जंगलराज किस तरह से सिर चढ़कर बोल रहा है.”
सुरजेवाला ने कहा कि दिवंगत पत्रकार के परिजनों के साथ हमारी संवेदना है, लेकिन यूपी में जहां राम राज्य का वादा किया गया था, वहां भाजपाइयों ने गुंडाराज पैदा कर दिया है. कानून-व्यवस्था और सरकार का दिवाला निकल चुका है.
सुरजेवाला ने गाजियाबाद पुलिस पर नाकामी का आरोप लगाते हुए सीधे सीएम योगी पर अटैक किया. सुरजेवाला ने कहा, ”एक बिटिया से गुंडा छेड़छाड़ करता है. उसके भाई के साथ मारपीट करता है. पत्रकार अपनी भांजी के साथ इस हरकत की शिकायत कराने जाता है, लेकिन पुलिस केस दर्ज नहीं करती.
विक्रम जोशी पर हमला किया जाता है. वो फिर पुलिस को फोन करते हैं, लेकिन पुलिस नहीं आती है. इसके बाद जब विक्रम घर से बाहर जाते हैं तो उनकी हत्या कर दी जाती है. आदित्यनाथ जी आपकी आंख कब खुलेंगी. काश आपकी भी बेटियां होतीं, काश आपका भी परिवार होता, काश आपने भी अपनी भतीजी-भांजी के साथ छेड़छाड़ की व्यथा सही होती.”
बता दें कि इस मामले में 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही लापरवाही के आरोप में स्थानीय चौकी इंचार्ज को भी निलंबित किया गया है.
गाजियाबाद की घटना के बहाने कांग्रेस ने यूपी में पत्रकारों के साथ हुई अन्य घटनाओं का भी जिक्र किया. सुरजेवाला ने आरोप लगाया है कि यूपी में पत्रकारिता करना पाप हो गया है. उन्होंने कहा, ”लखीमपुर में एक पत्रकार की हत्या कर दी गई, मिर्जापुर में मिड-डे मील में मिलावट उजागर करने वाले पत्रकार पर एफआईआर कर दी गई, बनारस में पीएम मोदी के गोद लिए गांव की सच्चाई दिखाने वाले पत्रकार पर केस दर्ज किया गया, फैजाबाद में योगी आदित्यनाथ द्वारा लॉकडाउन का उल्लंघन करने की खबर करने वाले पत्रकार पर एफआईआर, बिजनौर में पांच पत्रकार पर एफआईआर, आजमगढ़ में पत्रकार को जेल भेज दिया गया, नोएडा में पत्रकारों पर आदित्यनाथ की पुलिस ने गैंगस्टर लगा दी.”
इन तमाम घटनाओं के साथ गाजियाबाद में पत्रकार की हत्या का हवाला देते हुए सुरजेवाला ने कहा कि ऐसा लगता है यूपी में पत्रकारिता करना पाप हो गया है.