मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने लालघाटी में पं. दीनदयाल उपाध्याय को श्रद्धासुमन अर्पित कर याद किया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को एकात्म मानववाद के प्रणेता पं. दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर याद किया और श्रद्धासुमन अर्पित किए। भोपाल के लालघाटी चौराहे पर पं. दीनदयाल की प्रतिमा पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एवं प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस दौरान उपस्थित सभी नेताओं ने जयघोष के नारे लगाये।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय ने जनसंघ की स्थापना से लेकर जीवन की अंतिम सांस तक लगातार अपने पूरे जीवन को यज्ञ में आहूत की तरह समाहित करते हुए देश ही नहीं दुनिया में भारतीय संस्कृति की पताका फहराई। ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का भाव रखते हुए सबके प्रगति और विकास के लिए राजनीति का एक नया दर्शन दिया, जिसे दुनिया एकात्म मानव दर्शन के नाम से जानती है। जिसका मूल भाव गरीब से गरीब व्यक्ति के जीवन में बदलाव आए और उन्हें मूलभूत सुविधाओं की प्राप्ति हो।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि हम सभी के श्रद्धा और आदर्श के केंद्र पं. दीनदयाल उपाध्याय ने जनसंघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी के लिए एक ऐसा दर्शन दिया, जिसके आधार पर चलकर आज भारतीय जनता पार्टी दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल बनी है। राजनीतिक दल बनने के बाद भारत भर में आज पंच-सरपंच से लेकर देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति तक भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हैं। पं. उपाध्याय ने जो विचार दिया उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश में हर गरीब का जीवन बदलने का काम हमारी सरकार कर रही हैं। भाजपा लगातार पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के विचारों पर कार्य कर रही है।