पंजाब में कोरोना संक्रमण अब चिंता बढ़ाने लगा है। नए केसों के मामले में पंजाब ने महाराष्ट्र को पीछे छोड़ दिया है। सूबे 24 घंटे में संक्रमण के कारण 12 लोगों की जान गई और 1179 नए मामले सामने आए। हालात काबू में रखने के लिए चार शहरों जालंधर, होशियारपुर, कपूरथला और नवांशहर में शनिवार से रात्रि कर्फ्यू लगा दिया गया है। इसकी अवधि रात्रि 11 बजे से सुबह 5 बजे तय की है। इस दौरान किसी तरह की आवाजाही और बाजारों को खोलने पर प्रतिबंध रहेगा। सरकार ने लुधियाना, पटियाला और मोहाली में भी प्रशासन को सभी जरूरी तैयारियों करने के निर्देश दे दिए हैं। ये शहर भी संक्रमण की दृष्टि से संवेदनशील बने हुए हैं।
पंजाब में शनिवार को 32721 लोगों के नमूने लिए गए, जिनमें से 1179 पॉजिटिव मिले। वहीं 24 घंटे में अमृतसर-फिरोजपुर और होशियारपुर में 1-1, लुधियाना और पटियाला 2-2, जालंधर में 3 संक्रमितों की मौत हुई। एसबीएस नगर और तरनतारन में 1-1 संक्रमित की जान गई।
पंजाब में बढ़ते संक्रमण के बीच पंजाब सरकार ने स्कूलों को बंद नहीं करने और विवाह समारोह में कोविड निरीक्षक तैनात किए जाने का फैसला किया है। बढ़ते संक्रमण को लेकर मुख्य सचिव विनी महाजन द्वारा बुलाई गई उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया। मुख्य सचिव ने बैठक के दौरान सूबे के सभी जिलों की समीक्षा कर टीकाकरण की प्रगति भी जानी। बैठक में शामिल हुए जिलों के डिप्टी कमिश्नरों को गाइडलाइन के अनुरूप सख्ती बरतने के निर्देश दिए।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव हुस्न लाल ने बताया कि 238367 लोगों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। टीका लगवाने के बाद किसी भी व्यक्ति को कोई स्वास्थ्य समस्या सामने नहीं आई है। उन्होंने मुख्य सचिव को एक मॉडल बारे भी जानकारी दी जो मार्च के मध्य से लेकर मार्च के आखिर तक प्रति दिन 3000 मामले सामने आने की संभावना बारे जानकारी देता है।
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच शनिवार को चंडीगढ़ में तीन महीने बाद फिर सबसे ज्यादा संक्रमित मिले हैं। 24 घंटे में रिकॉर्ड 122 संक्रमण के मामले सामने आए हैं। कोरोना मरीजों की यह संख्या आठ दिसंबर के बाद सबसे ज्यादा है। आठ दिसंबर को कोरोना के 126 मामले सामने आए थे। नए मरीजों के साथ सक्र्तिय मामलों की संख्या भी 675 पहुंच गई है। कोरोना के अब तक 22238 केस आए हैं, जबकि 355 मरीजों की मौत हो चुकी है।