‘हमारा नारा, कैप्टन दोबारा’ के नारों की गूंज के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को एलान किया कि वह तब तक राजनीति को अलविदा नहीं कहेंगे, जब तक वह नौजवानों के लिए रोजगार और प्रगतिशील पंजाब में सभी के लिए तरक्की के उचित मौके पैदा नहीं कर देते। इसी के साथ उन्होंने अगला चुनाव लड़ने के भी साफ संकेत दे दिए हैं।
कांग्रेस भवन में पंजाब यूथ कांग्रेस के प्रधान बरिंदर सिंह ढिल्लों समेत नए चुने अधिकारियों के पद संभालने के मौके पर कैप्टन ने कहा कि वह राज्य के विकास के लिए इसे अपना नेतृत्व देना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, ‘यह मेरा राज्य है और आप सभी मेरे अपने लोग हो। मैं आपकी खातिर सदा यहीं रहूंगा। मैं तब तक कहीं नहीं जाऊंगा, जब तक पंजाब के प्रत्येक नागरिक के कल्याण को यकीनी नहीं बना लेता।’
कैप्टन ने नौजवान नेताओं से वादा किया कि राज्य और यहां के नौजवानों के हित में किसी भी काम के लिए उन्हें सभी विभागों में अधिकारियों द्वारा पूरा सत्कार दिया जाएगा। राज्य की मौजूदा स्थिति को बेहद चिंताजनक बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही धर्म निरपेक्ष और लोकतांत्रिक शासन मुहैया करवा सकती है।
कांग्रेस ने मुल्क की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी और संविधान को समाजवादी लोकतांत्रिक गणतंत्र की प्रस्तावना के आधार पर तैयार किया। चाहे संविधान की विभिन्न धाराओं में कई बार संशोधन किए गए लेकिन संविधान की प्रस्तावना को कभी नहीं छुआ। उन्होंने कहा कि भाजपा के विभाजनकारी एजेंडे से देश को बचाने के लिए युवा आगे आएं।
भाजपा द्वारा मुल्क को बांटने की कोशिशों की सख्त आलोचना करते हुए कैप्टन ने कहा कि प्रस्तावना के साथ छेड़छाड़ करने की हरगिज इजाजत नहीं दी जा सकती। मुल्क का मौजूदा दौर लोकराज वाला नहीं बल्कि गुंडाराज वाला है। हम सबको यह पता है कि प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ उत्तर प्रदेश में क्या घटा। उन्होंने मुल्क को बचाने के लिए नौजवानों को नेतृत्व करने की जरूरत पर जोर दिया।
कैप्टन ने अकालियों पर अपने निजी स्वार्थों के लिए राज्य का बेड़ा गर्क करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पंजाब में नशों के पैर पसारने और गैंगस्टरों के फलने-फूलने के लिए सीधे तौर पर अकाली जिम्मेदार हैं। उन्होंने राज्य का ‘दूसरा विभाजन’ करने के लिए अकालियों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि अकालियों की नीतियों के कारण इंडस्ट्री हरियाणा और एनसीआर की तरफ चली गई जबकि पर्यटन हिमाचल की ओर चला गया। इससे पंजाब कम संसाधनों से जूझ रहा है।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री विजय इंदर सिंगला ने कहा कि यूथ विंग भविष्य के नेता तैयार करने की नर्सरी है। जीरा से विधायक कुलबीर सिंह जीरा ने सिंगला, जलालाबाद से विधायक रमिंदर सिंह आवला और अमरप्रीत सिंह लाली समेत पंजाब यूथ कांग्रेस (पीवाईसी) के पूर्व प्रधानों की उनके नेतृत्व के लिए प्रशंसा की।
उन्होंने मुख्यमंत्री से विनती की कि पंजाब यूथ कांग्रेस के पूर्व मुखियों और सदस्यों को पार्टी और राज्य की सेवा के लिए प्रमुख पद दिए जाएं। लाली ने पंजाब यूथ कांग्रेस के नए प्रधान को बधाई दी और विश्वास जताया कि राज्य भर में कांग्रेस सरकार की नीतियों के प्रसार के लिए नई टीम अहम भूमिका निभाएगी। पीवाईसी के जनरल सचिव मोहित मोहिंद्रा ने कैप्टन के नेतृत्व में चुनाव में भी पार्टी की सफलता को यकीनी बनाने के लिए कांग्रेसी वर्करों को निरंतर कार्य करने की अपील की।