पंजाब में सरकार द्वारा जालंधर वेस्ट तथा 4 अन्य उप चुनावों के सम्पन्न होने के बाद ही कार्पोरेशन चुनावों में हाथ डाला जाएगा। जालंधर वेस्ट का उप-चुनाव 10 जुलाई को प्रस्तावित है। इसके बाद डेरा बाबा नानक, गिद्दड़बाहा, बरनाला तथा चब्बेवाल विधानसभा सीटों के उप-चुनाव करवाए जाएंगे। इन विधानसभा सीटों पर संबंधित विधायक सांसद निर्वाचित होकर संसद में पहुंच चुके हैं। पंजाब में जालंधर, अमृतसर, लुधियाना, पटियाला आदि कार्पोरेशन शहरों में कार्पोरेशन चुनाव करवाए जाने जरूरी है। इन शहरों में मेयरों की मियाद पिछले साल ही खत्म हो गई थी। पंजाब सरकार पिछले वर्ष कार्पोरेशन चुनाव करवाना चाहती थी परन्तु किसी न किसी कारणों से कार्पोरेशन चुनाव टलते रहे।
सरकार ने इस वर्ष जनवरी में भी चुनाव करवाने की योजना बनाई थी परन्तु बाद में लोकसभा के चुनावों को निकट देखते हुए यह विचार भी त्याग दिया गया। मुख्यमंत्री भगवंत मान की अब इच्छा है कि कार्पोरेशन चुनाव उप-चुनावों के बाद करवाए जाएं। सरकार पहले उप-चुनावों को जीतना चाहती है और उसके बाद वह कार्पोरेशन चुनावों में कूदेगी। कार्पोरेशन चुनाव करवाने इसलिए भी जरूरी है क्योंकि शहरों में विकास कार्यों को आम जनता तक पहुंचाने के लिए ऐसा करना अनिवार्य है।
कार्पोरेशन चुनावों को लेकर सरकार उप-चुनावों के नतीजे आने के बाद तुरन्त फैसला ले सकती है। आम आदमी पार्टी की ओर से कार्पोरेशन चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं का कहना है कि यह चुनाव जल्द से जल्द सरकार को करवाने चाहिए ताकि वह कौंसलर निर्वाचित होकर विकास कार्यों को शहरों में करवा कर उसका लाभ आम जनता तक पहुंचा सके। पार्टी के लिए भी अपने नेताओं को इसके द्वारा एडजस्ट करना आसान हो जाएगा।