पंजाब में इस समय पंचायत चुनाव को लेकर गांव-गांव में सियासी माहौल गरम है। इस बार कई गांवों ने चुनाव से पहले सर्वसम्मति से पंचायत चुनकर मिसाल कायम की है। पंजाब का एक ऐसा गांव है हरदोरवाल कलां, जहां लोग पिछले 30 सालों से सर्वसम्मति से पंचायतें चुनते आ रहे हैं।
डेरा बाबा नानक इलाके का यह गांव एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है। इस बार चर्चा सर्ब समिति को लेकर नहीं बल्कि गांव की सरपंची के लिए 2 करोड़ के ऑफर को लेकर है। जी हां, आप भी चौंक गए न, गांव के एक शख्स ने ऐलान किया है कि अगर गांव वाले सर्वसम्मति से उसे सरपंच चुनते हैं तो वह गांव के विकास के लिए 2 करोड़ रुपए देगा। हालांकि ग्राम प्रधान ने मौके पर कोई निर्णय नहीं लिया, इस संबंध में अलग से बैठक बुलाई गई है।
जानकारी के मुताबिक, गांव के पूर्व सरपंच जसविंदर सिंह बिल्ला और आत्मा सिंह ने सरपंच बनने के लिए दो करोड़ रुपये की बोली लगा दी। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हर बार सर्वसम्मति से चुनाव के लिए मशहूर गांव हरदोरवाल कलां के जंज घर में रविवार को इस संबंध में एक बैठक भी हुई।
बैठक के दौरान गांव हरदोरवाल कलां की पंचायत पिछले 30 वर्षों से सर्वसम्मति चुनी जा रही है। गांव हरदोरवाल कलां की पंचायत, सरपंच जसविंदर सिंह बिल्ला और आत्मा सिंह ने घोषणा की कि यदि गांववासी सर्वसम्मति से उनमें से किसी एक को सरपंच बनाते हैं, तो वे विकास के लिए 2 करोड़ रुपये देंगे। यह भी जानकारी मिली है कि सरपंची के लिए बोली 50 लाख रुपये से शुरू हुई थी, जो 2 करोड़ रुपये पर जाकर रुकी।
इसी दौरान जसविंदर सिंह बिल्ला ने अपने साथ लाए दो करोड़ रुपये के दो चेक भी लहराए। उन्होंने कहा कि अगर गांव वाले चाहें तो वे गांव के विकास के लिए 2 करोड़ रुपये देने को तैयार हैं। सरपंची के लिए दो करोड़ का ऑफर सुनकर गांववासी हक्के-बक्के रह गए। इसके बाद इकट्ठे हुए गांव वासिया ने कहा कि 30 साल हो गए, गांव ने पंचायत चुनाव में वोट नहीं डाला, लेकिन इस बार वे चाहते हैं कि चुनाव हो। पूर्व सरंपच ने सरपंची के लिए दो करोड़ का ऑफर दिया है। अब इस संबंध में जल्द ही गांव की संयुक्त बैठक बुलाकर निर्णय लिया जाएगा।