पंजाब के फरीदकोट जिले के गांव कलेर में एक व्यक्ति द्वारा अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ आग लगाकर खुदकुशी किए जाने का मामला सामने आया है। मृतक की पहचान मूल रूप से राजस्थान के जिला सीकर निवासी 40 वर्षीय धर्मपाल के रूप में हुई, जो पिछले 10 साल गांव कलेर में अपनी पत्नी सीमा(36), बेटी मोनिका(15) व बेटे हतीष कुमार(10) के साथ रह रहा था। धर्मपाल यहां के ढुडी रोड पर एक ईंट भठ्ठे पर बतौर मुंशी कार्य करता था।
पुलिस को प्राथमिक पड़ताल के दौरान एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें उसने यह कदम उठाने के लिए लॉकडाउन के साथ-साथ ईंट भठ्ठे के कारोबार से जुड़े शंटी नामक व्यक्ति को जिम्मेवार ठहराया है।
पुलिस अब इसके आधार पर मामले की पड़ताल की जा रही है। गांव कलेर के लोगों ने बताया कि यह परिवार पिछले कई सालों से ही यहां रहता है और लॉकडाउन के कारण कारोबार के प्रभावित होने से परेशान रह रहा था।
आज सुबह गांववासियों ने देखा कि उसके घर से धुंआ निकल रहा था और घर से किसी भी तरह की आवाज नहीं आ रहा था। तुरन्त गांववासी मौके पर जुटे और घर का दरवाजा तोड़ा तो परिवार के सभी सदस्य बुरी तरह से आग में झुलसे पड़े थे। घटना की जानकारी मिलते ही जिला पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच का कार्य शुरू किया।
इस मामले में डीएसपी सतविंदर सिंह विर्क ने कहा कि पुलिस पूरे मामले की बारीकी से पड़ताल कर रही है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।