भारतीय नौसेना ने एक बार फिर समुद्री लुटेरों को कड़ा सबक सिखाया है। इस बार नौसेना ने सोमालिया तट पर लुटेरों द्वारा अपहृत किए गए बांग्लादेश के मालवाहक जहाज को मुक्त करा चालक दल के सदस्यों को सकुशल बचा लिया। नौसेना ने बताया कि 12 मार्च की शाम को अपहृत जहाज का पता लगा लिया गया और जहाज से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन संपर्क नहीं हो सका।
भारतीय नौसेना ने एक बार फिर समुद्री लुटेरों को कड़ा सबक सिखाया है। इस बार नौसेना ने सोमालिया तट पर लुटेरों द्वारा अपहृत किए गए बांग्लादेश के मालवाहक जहाज को मुक्त करा चालक दल के सदस्यों को सकुशल बचा लिया। पिछले कुछ महीनों में नौसेना ने पश्चिमी हिंद महासागर में कई व्यापारिक जहाजों पर लुटेरों द्वारा किए गए हमलों को विफल किया है और कई देशों के नागरिकों को बचाया है।
क्या है पूरा मामला?
गत जनवरी में सोमालिया के पूर्वी तट पर ईरानी ध्वज लगे मछली पकड़ने वाले जहाज पर लुटेरों ने हमला कर दिया था। सूचना पर भारतीय युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने 19 पाकिस्तानी चालक दल के सदस्यों को बचाया था। नौसेना ने बताया,
कोयला लेकर मोजाम्बिक से संयुक्त अरब अमीरात (UAE) आ रहे रहे बांग्लादेश का ध्वज लगे मालवाहक जहाज एमवी अब्दुल्ला पर समुद्री लुटेरों ने हमला कर दिया था। जहाज पर हमले और चालक दल को बंधक बनाए जाने की सूचना पर गत 12 मार्च को नौसेना ने तत्काल युद्धपोत और लंबी दूरी की समुद्री गश्ती (LRMP) विमान को तैनात कर दिया।
नौसेना ने क्या कुछ कहा?
नौसेना ने बताया कि 12 मार्च की शाम को अपहृत जहाज का पता लगा लिया गया और जहाज से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हो सका। इसके बाद गुरुवार सुबह नौसेना एमवी अबदुल्ला से संपर्क साधने में सफल रही।
भारतीय नौसेना ने बताया कि सोमालिया के जल क्षेत्र में प्रवेश करने तक युद्धपोत एमवी अब्दुल्ला के करीब बना रहा। इसके बाद नौसेना ने चालक दल के सदस्यों (सभी बांग्लादेशी) की सुरक्षित बचा लिया।
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