छोटे-बड़े द्वीपों से घिरे सतरेंगा की गहरी नीली झील के बीच प्रकृति की मनमोहक वादियों को निहारते हुए भूपेश सरकार की केबिनेट बैठक होने जा रही है। इस आयोजन के लिए खास तौर पर फ्लोटिंग जैटी के ऊपर फ्लोटिंग हॉल बनाया जा रहा है। 20 बाई 40 के कमरे में 40 लोगों की क्षमता होगी, पर 30 वीवीआईपी की बैठक व्यवस्था होगी। कमरे के बाहर ढाई फीट के गलियारे में 10 सशस्त्र जवान सीएम समेत मंत्रिमंडल के लिए बनने वाले पहले सुरक्षा घेरे के रूप में तैनात रहेंगे। मोटर बोट से खींचकर तट से करीब 100 मीटर दूर पानी के बीच लंगर डाला जाएगा, जिसके इर्द-गिर्द फ्लोटिंग जैटी तैरती रहेगी।
29 फरवरी को सतरेंगा में होने वाली कैबिनेट बैठक की तैयारियां अन्तिम चरण पर हैं। कलेक्टर-एसपी समेत प्रशासन एवं पुलिस विभाग के आला अधिकारियों ने गुरुवार को भी यहां पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया। झील में फ्लोटिंग जैटी के ऊपर फ्लोटिंग हॉल का निर्माण लगभग पूर्णता की ओर है, जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने मंत्रिमंडल के साथ सवार होकर केबिनेट की बैठक करेंगे।
मिनीमाता हसदेव बांगो बरॉज की अथाह जलराशि के डुबान क्षेत्र में शामिल सतरेंगा घने जंगल एवं छोटी-बड़ी पहाड़ियों से बीच अवस्थित है। जिला मुख्यालय से भी यह विहंगम पर्यटन स्थल करीब 40 से 45 किलोमीटर दूर है, जहां भूपेश सरकार इस बार की कैबिनेट बैठक करने जा रही है।
अतिविशिष्ट व्यक्तियों की मौजूदगी वाली इस अति महत्वपूर्ण बैठक के लिए सतरेंगा की नीली झील पर खास फ्लोटिंग हॉल बनाया जा रहा है, जो फ्लोटिंग जैटी पर तैरता दिखाई देगा। मुख्यमंत्री समेत सारा मंत्रिमंडल किनारे पर लगी फ्लोटिंग जैटी के ऊपर तैरते हॉल में प्रवेश करेगा और सुरक्षा दस्ते के साथ हॉल को मोटर बोट से खींचकर पानी के बीच ले जाया जाएगा। पानी के बीच एक स्थान पर जैटी को लंगर की मदद से रोक दिया जाएगा और बोट वापिस आ जाएगी।
लंगर से बन्धा हॉल वहीं तैरता रहेगा और बैठक के दौरान दस जवान जैटी में घेरा डाले मौजूद रहेंगे। बैठक खत्म होने के बाद पुन: मोटर बोट की मदद से फ्लोटिंग जैटी समेत हॉल को खींचकर वापस किनारे पर लाया जाएगा। फ्लोटिंग जैटी पर बनाए जा रहे फ्लोटिंग हॉल की क्षमता पर गौर करें, तो इस पर एक वक्त में एक साथ 40 लोग सवार हो सकेंगे। इनमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व मंत्रिमंडल के मंत्रियों, मंत्रालय के अतिविशिष्ट अफसरों के अलावा सुरक्षा बल के जवान मौजूद रहेंगे, जो फ्लोटिंग जैटी को छावनी में तब्दील करते हुए हर दिशा से मोर्चा संभाले तैनात रहेंगे।
चार बोट पर पुलिस पार्टी
फ्लोटिंग जैटी के अलावा हॉल के आसपास पानी पर चार मोटर बोट घेरे रहेगी, जिसमें भी पुलिस और सशस्त्र जवान चौकसी करते रहेंगे। पूरे आयोजन के दौरान पुलिस एवं आर्म्ड फोर्स समेत पांच लेयर का सुरक्षा घेरा रहेगा, जिसमें से दो लेयर फ्लोटिंग हॉल व जैटी के आस-पास तैनात रहेगी। एक लेयर का सुरक्षा सर्कल तट पर मौजूद रहकर एरिया डॉमिनेशन पर निगाह रखेगा और अन्तिम लेयर तटों और आसपास निगरानी करेगा
एसपी जितेंद्र सिंह मीणा ने बताया कि वीवीआइपी सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम पुलिस की ओर से किया जाएगा। इसके लिए बड़ी संख्या में सिविल पुलिस, सशस्त्र बल एवं अर्धसैनिक बलों की मौजूदगी रखी जाएगी। तीन लेयर के सुरक्षा घेरे के भीतर सीएम समेत मंत्रिमंडल होगा, जबकि दो लेयर बाहरी स्थितियों पर निगाह रखते हुए महादेव पर्यटन केंद्र के परिसर पर छावनी की शक्ल में चौकसी करता दिखाई देगा।
एयर स्ट्रिप से स्पॉट तक निगाह
पूरे कार्यक्रम के दौरान बाल्को एयर स्ट्रीप से लेकर सतरेंगा व गढ़-उपरोड़ा तक मार्ग में और उधर सतरेंगा से बुका जलाशय के बीच भी बोट में जगह-जगह पुलिस बल चौकसी करेगा। सतरेंगा के डुबान क्षेत्र में अनेक छोटे-बड़े द्वीपों का मनोहारी दृश्य है, जहां भी सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर जवानों की तैनाती की जा सकती है। इसके अलावा पानी में मोटर बोट व ड्रोन कैमरों के माध्यम से भी हवाई क्षेत्र में नजर रखते हुए पूरे सतरेंगा पर्यटन क्षेत्र पर भी सतत निगाह रखी जाएगी। सुरक्षा मानकों की बात करें, तो जिला पुलिस की ओर से यहां एक्स्ट्रा कंट्रोल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
गोताखोर समेत आपदा राहत दल
सतरेंगा गहरे पानी का एक मनोहारी स्थल है, जहां चार हजार हेक्टेयर में अपार जलराशि मौजूद है, जबकि 69 गांव में बना पूरा बांगो बरॉज का क्षेत्रफल 18 हजार 847 हेक्टेयर में फैला हुआ है। पर्यटन स्थल सतरेंगा समुद्र तल से करीब 1200 फीट या 288 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद है। काफी गहरा होने के कारण प्रशिक्षित तैराकों की भी पर्याप्त व्यवस्था लाजमी है। एसपी मीणा ने बताया कि स्वयं जिला सैनानी समेत नगर सेना के जवान व एसडीआरएफ की टीम भी गोताखोरों के साथ मौके पर मौजूद रहेगी, जो किसी भी परिस्थिति को संभालने में माहिर हैं।
ऐसे बना है फ्लोटिंग हॉल
फ्लोटिंग जैटी के चौकोर डिब्बों को आपस में जोड़कर चबूतरा का रूप दिया गया है। इसके चारों ओर अस्थायी तौर पर एल्यूमिनियम पट्टी व ग्लास की मदद से पारदर्शी दीवार बनाई जा रही है। इस हॉल में बैठने की व्यवस्था की जाएगी। इस तरह शांत एवं सुकून भरे वातावरण में प्रकृती के बीच चारों ओर के विहंगम दृश्य का आनन्द और एकान्त में भूपेश सरकार की यह बैठक होगी।