मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार के खिलाफ बने इंडी एलायंस में बने रहेंगे, यह राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने भी कह दिया है। जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह यह बात पहले ही कह चुके थे। दिल्ली में विपक्षी दलों की ताजा बैठक के बाद जदयू और राजद को कांग्रेस के साथ बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सीट शेयरिंग को फाइनल करना है। लेकिन, इसके पहले अब बिहार में नीतीश कुमार मंत्रिमंडल का विस्तार जरूरी भी है और मजबूरी भी। कांग्रेस के नंबर वन नेता राहुल गांधी ने 23 जून को पटना में हुई विपक्षी दलों की पहली बैठक के समय ही यह बात मनवा ली थी, लेकिन अबतक यह टल रहा था। अब कांग्रेस ने आगे कुछ होने के पहले बिहार में दो मंत्री पद पर कांग्रेसियों को शपथ दिलाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस बार इसे सुनिश्चित कराने को कहा है। सूत्र बता रहे हैं राहुल गांधी ने इस मामले पर सीएम नीतीश कुमार से फोन पर बातचीत भी की।
जानिए मंत्रीपद का गणित, कब से यह मांग
राजद के साथ जनादेश लेने के बाद जब नीतीश कुमार भाजपा के साथ मुख्यमंत्री बने तो फॉर्मूला थोड़ा अलग था, लेकिन जब भाजपा के साथ 2020 का चुनाव जीतने के बाद राजद के साथ एक साल पहले सरकार बनी तो चार विधायकों पर एक मंत्रीपद का हिसाब बना। कांग्रेस को छोड़ दें तो विधानसभा में संख्या बल के मामले में नंबर वन राजद और मुख्यमंत्री के जनता दल यूनाईटेड (JDU) को इस हिसाब से पद मिले भी। कांग्रेस के 19 विधायकों पर दो ही मंत्री बने। राजद में दो मंत्रियों का इस्तीफा हुए एक साल होने जा रहा है। कांग्रेस की दो मंत्रीपदों की मांग पर कई बार किचकिच हो चुकी है। प्रदेश कांग्रेस की कमान संभालने के बाद अखिलेश प्रसाद सिंह इस एजेंडे को लेकर लगातार आवाज उठाते-उठाते पिछली बार इसी सवाल पर चिढ़ भी चुके हैं।
कांग्रेस ने इसे शर्त नहीं, स्वाभाविक माना
23 जून को पटना में विपक्षी दलों की बैठक के पहले जब हम (से) के इकलौते मंत्री संतोष कुमार सुमन उर्फ सुमन मांझी ने जब इस्तीफा दिया तो मुख्यमंत्री ने आननफानन में जदयू से विधायक रत्नेश सदा को मंत्रीपद की शपथ दिलवा दी। तब यह कहा गया कि विपक्षी एकता की बैठक के बाद बाकी को देखा जाएगा। बिहार कांग्रेस के विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने कहा था- “मंत्रिमंडल में 2 सीटों की कांग्रेस की मांग स्वाभाविक है, शर्त नहीं। उम्मीद है सीएम नीतीश कुमार इसे पूरा करेंगे। राहुल गांधी भी सीएम से बात कर चुके हैं।”