भारतीय रिजर्व बैंक ने 2019 की शुरुआत से लेकर अब तक रेपो दर को 225 आधार अंकों तक घटा दिया है, इससे फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरें प्रभावित हुई हैं। हालांकि, अब ऐसे निवेश विकल्पों की मांग तेजी से बढ़ रही है जिसमें रिटर्न सुनिश्चित हो और ज्यादा रिटर्न हो। वास्तव में वरिष्ठ नागरिकों जैसे जोखिम-से-प्रभावित निवेशक अपने रिटायरमेंट के बाद के वर्षों में अपने गैर-संचयी फिक्स्ड डिपॉजिट के मासिक भुगतान पर निर्भर करते हैं।
हाल के समय में एफडी ब्याज दरों में कमी निवेशकों के लिए बड़ी चिंता का कारण है, क्योंकि उनके एफडी रिटर्न समय पर विभिन्न वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अपर्याप्त साबित हो सकते हैं। हालांकि, एफडी रिटर्न से ज्यादा ब्याज के लिए छोटे वित्त बैंक में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है, जो मौजूदा समय में सार्वजनिक और निजी बैंकों की तुलना में 2-4% अधिक ब्याज दर दे रहे हैं।
हालांकि, निवेशक इनमें निवेश करने से पहले इसके जोखिम मूल्यांकन के बारे में अच्छे से पता कर लें और इन छोटे वित्त बैंकों के वित्तीय की जांच करें। छोटे वित्त बैंकों द्वारा दी जाने वाली उच्च एफडी ब्याज दरें उच्च वास्तविक रिटर्न अर्जित करने में भी मदद कर सकती हैं।
इसलिए, यदि आप एक छोटे वित्त बैंक के साथ एफडी में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक, उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक, जन स्माल फाइनेंस बैंक और सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक में रुख कर सकते हैं।