निर्भया कांड के दोषी मौत की सजा में देरी के लिए रोज नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। फांसी की तारीख (एक फरवरी) से चार दिन पहले एक और दोषी ने सुप्रीम कोर्ट में सुधारात्मक याचिका दायर की है। तिहाड़ जेल अधिकारियों ने बताया, अक्षय कुमार सिंह ने मंगलवार को याचिका दाखिल की। इस मामले में मुकेश और विनय की सुधारात्मक याचिका पहले ही खारिज हो चुकी है। मुकेश की दया याचिका भी राष्ट्रपति खारिज कर चुके हैं।
एक फरवरी 2020, शनिवार वो दिन है जब निर्भया के चारों दोषियों अक्षय, विनय, मुकेश और पवन को सुबह छह बजे फांसी होनी है। पहले इसके लिए 22 जनवरी की तारीख मुकर्रर थी लेकिन गुनहगारों के कुछ मामले लंबित होने के चलते नया डेथ वारंट जारी कर दिया गया। ऐसे में तिहाड़ जेल के अंदर फांसी से पहले होने वाली प्रक्रियाएं तेज हो गई हैं। सूत्रों के हवाले से खबर तो ये भी है कि जेल प्रशासन ने दोषियों से उनकी आखिरी इच्छा भी पूछी है।
जेल सूत्रों का कहना है कि तिहाड़ प्रशासन ने चारों गुनहगारों को नोटिस देकर उनकी आखिरी इच्छा पूछी है। उन्होंने पूछा है कि एक फरवरी को होने वाली फांसी से पहले वह आखिरी बार किससे मिलना चाहते हैं?
गुनहगारों से नोटिस में ये भी पूछा गया है कि अगर उनके नाम कोई प्रॉपर्टी है तो फांसी से पहले वो उसे किसके नाम करना चाहते हैं? या फिर उन्हें किसी धार्मिक किताब को पढ़ना हो या फिर किसी धर्मगुरु से मिलने की इच्छा हो तो जेल प्रशासन इसमें उनकी मदद कर सकता है। हालांकि आरोपियों ने इसका क्या जवाब दिया है यह अभी पता नहीं चल सका है।
दो दिन पहले तिहाड़ जेल पहुंचेगा जल्लाद
तिहाड़ जेल प्रशासन दोषियों को फांसी पर लटकाने की तैयारी कर चुका है। फांसी की तारीख से दो दिन पहले 30 जनवरी को जल्लाद पवन मेरठ से तिहाड़ जेल पहुंच जाएगा। जल्लाद के लिए जेल में ही रहने से लेकर सभी तरह की जरूरत को पूरा किया जाएगा। तिहाड़ जेल प्रशासन ने उत्तर प्रदेश जेल विभाग को पत्र लिखकर फांसी की तारीख के बारे में अवगत करा दिया है। पत्र में कहा गया है कि जल्लाद को फांसी की तारीख से दो दिन पहले तिहाड़ जेल भेजा जाए। ताकि वह फांसी की तैयारी को पूरी कर सके। उधर, उत्तर प्रदेश जेल विभाग ने 30 जनवरी को जल्लाद के तिहाड़ जेल पहुंचने की पुष्टि कर दी है।