पड़ोसी देश पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। सोमवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तान का एक लड़ाकू विमान नजर आया है। विमान दिखते ही सुरक्षाबल पूरी तरह से सतर्क हो गए हैं और किसी भी तरह के हालात का सामना करने को तैयार हैं। इससे पहले भी नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी ड्रोन देखा गया था।
करीब सप्ताह भर पहले बीते रविवार को भी सीमा पर संदिग्ध चीज उड़ती दिखाई दी थी। बाद में सुरक्षाबलों की सतर्कता से वह वापस लौट गई थी। हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी कि वह ड्रोन था या कुछ और वस्तु थी।
उससे पहले भी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सांबा सेक्टर में पाकिस्तान ड्रोन से हथियार गिराने की लगातार कोशिशें कर चुका है। इसी महीने पाकिस्तानी ड्रोन भारतीय क्षेत्र में घुस आए थे, जिन्हें बीएसएफ के सतर्क जवानों ने फायरिंग कर वापस खदेड़ दिया था।
पाकिस्तान पहले से ही जम्मू-कश्मीर की भौगोलिक परिस्थितियों का फायदा उठाने की फिराक में रहा है। पाकिस्तान की नजर जम्मू-कश्मीर नेशनल हाईवे से नजदीकी और हाईवे तक चोरी छिपे पहुंचने में मदद करने वाले दरियाई नालों पर रहती है।
पूर्व में हुई घुसपैठ की वारदातें हों या फिर सुरंग खोदने और ड्रोन से हथियारों की तस्करी, ये कोशिशें उन्हीं इलाकों में ज्यादा हो रही हैं जो घुसपैठ के रूट वाले दरियाई नालों और जंगल क्षेत्र के आसपास पड़ते हैं।
बैनगलाड के चक फकीरा क्षेत्र में भी कुछ दिनों पहले पाकिस्तानी ड्रोन देखे गए थे, जिसे हथियारों की तस्करी से जोड़कर देखा जा रहा है। इससे पूर्व रामगढ़ क्षेत्र में भी ड्रोन को देखा गया था। सांबा के बंई नाले के पास भी दो बार ड्रोन देखे गए। इनमें से एक बार रसाना क्षेत्र से हथियार भी बरामद हुए थे। सांबा के बसंतर दरिया से भी हथियारों की खेप मिल चुकी है।