New Delhi: उत्तर प्रदेश (गोरखपुर) के BRD बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से पिछले तीन दिनों में 63 बच्चों की मौत चर्चा में है। लेकिन सरकार की मानें तो उन्होंने इसके लिए बिहार और नेपाल में आए बाढ़ को दोषी ठहराया है।पीएम मोदी के दौरे से ठीक पहले बोला चीन, आपसी सहयोग के लिए काफी संभावनाएं
गोरखपुर के BRD मेडिकल कॉलेज में में तीन दिनों में 63 बच्चों की मौत होने की खबर सामने आई है। लेकिन डॉक्टरों का मानना है कि ये मौत वेक्टर बोन बीमारीयों (मानसून के दौरान होने वाली बीमारी) की वजह से हुई हैं। डॉक्टरों ने बताया कि इस वक्त पूर्वी क्षेत्रों में बाढ़ आने की वजह से ये बीमारीयां और फैलती जा रही हैं। बता दें कि जान गंवाने वालों में नवजात बच्चें भी शामिल है।
इसे लेकर उत्तर प्रदेश के स्वास्थ मंत्री घेरे में हैँ। मंत्री के स्पोक पर्सन सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि अस्पताल के रिकॉर्ड के मुताबिक 63 बच्चों की मौत बीमारी की वजह से हुई हैं। खबर है कि इनमें से कुछ बच्चों की मौत 28 से 29 अगस्त के बीच हुई थी। यहां तक की 21 बच्चों में से 11 NICU और 10 PICU में भर्ती किया गया था। रिकॉर्ड के हिसाब से 15 दिनों में 10 से भी ज्यादा बच्चों की मौत हुई थी। लेकिन सबसे ज्यादा मौत 27 और 29 अगस्त के बीच हुई है।
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने बताया कि यहां आने वाले बच्चे दयनीय हलात में है। साथ ही इनमें ज्यादातर किडनी इन्फेक्शन, सांप का काटना, हार्ट प्रोब्लम, डाइबिटिज जैसी बीमारी से ग्रसित है। वहीं डॉक्टर सिंह ने बताया कि यहां के डॉक्टर्स बेहतर तरीके से इलाज कर रहे हैं। वो पूरी कोशिश कर रहें ताकि बच्चों की जान बचाई जाए। और अगर ऑक्सीजन जैसी समस्या होती तो हमारे पास दूसरा ऑप्शन भी हैं। साथ ही अस्पताल के स्टाफ ने बताया कि यहां आने वाले बच्चें ज्यादातर बाढ़ पीड़ित इलाके से आ रहे है जोकि बेहद दयनीय स्थिति में हैं।
बाल चिकित्सा केंद्र में लोगों ने बच्चों की मौत के लिए इंफेक्शन और ऑक्सीजन की सप्लाई में दिक्कत को जिम्मेदार ठहराया गया था। लेकिन अस्पताल और जिला प्रशासन ने ऑक्सीजन की कमी को मौत का कारण मानने से इनकार कर रहे हैं।