संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटरेस ने अपने नववर्ष संदेश में उम्मीद की नई किरण के साथ-साथ उन समस्याओं की ओर इशारा किया है, जिनसे आज कई देश जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा, हम वर्ष 2020 में प्रवेश कर रहे हैं, जब चारों तरफ अनिश्चितता, असुरक्षा, निरंतर असमानता और बढ़ती नफरत का बोलबाला है। विश्व संघर्षरत है और पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है।
जलवायु परिवर्तन एक दीर्घकालिक समस्या ही नहीं, बल्कि साफ तौर पर एक ऐसा खतरा है, जो हमारे सामने खड़ा है। उन्होंने कहा, युवाओं का जोश प्रेरणा देता है। युवा अपनी आवाज बुलंद रखें, बड़ा सोचते हुए हदों के पार जायें और दबाव बनाए रखें।
एंटोनियो गुटरेस ने कहा, हम ऐसी पीढ़ी कहलाने का जोखिम नहीं उठा सकते, जो उस समय चैन की बंसी बजा रही थी, जब पृथ्वी जल रही थी। किन्तु अभी भी उम्मीद बाकी है। इस वर्ष मेरा नववर्ष संदेश भी आशा के सबसे बड़े स्रोत यानि विश्व के युवाओं के लिए हैं। जलवायु कार्रवाई को लेकर जेंडर बराबरी और सामाजिक न्याय से लेकर मानव अधिकारों तक आपकी पीढ़ी हर मोर्चे पर सुर्खियों में छाई है।
आपके जोश और संकल्प से मुझे प्रेरणा मिलती है। अपने भविष्य को आकार देने में भूमिका की आपकी मांग एकदम सही है। मैं आपके साथ हूं। संयुक्त राष्ट्र संघ भी आपके साथ खड़ा है और आप ही का है।