हर साल चैत्र माह में नवरात्र का त्योहार मनाया जाता है। इस साल यह त्योहार 9 अप्रैल से शुरू हो रहा है। इन नौ दिनों के त्योहार में लोग मां दुर्गा की पूजा करते हैं। इस त्योहार के आनंद को और बढ़ाने के लिए आप अपने घर पर कुछ खास मीठे व्यंजन बना सकते हैं जिन्हें खाकर सभी खुश हो जाएंगे। जानें नवरात्र पर बनाने के लिए मिठाइयों की रेसिपी।
इस साल चैत्र नवरात्र का त्योहार 9 अप्रैल से शुरुआत होगी और 17 अप्रैल को समापन होगा। नवरात्र पर लोग मां दुर्गा की आराधना करते हैं और व्रत भी रखते हैं। उपवास पर विशेष प्रकार का भोजन बनाया जाता है, जो पूरे दिन एनर्जी देने के साथ-साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद हो। इस बार नवरात्र के मौके पर कुछ खास पकवान बना सकते हैं, जिनसे त्योहार का आनंद दोगुना हो जाएगा। वैसे भी व्रत-त्योहार का असली आनंद तभी आता है, जब परिवार के सभी लोग एकजुट होकर घर पर बने पकवानों का स्वाद लेते हैं। इस बार नवरात्र के व्रत में बनाएं ये कुछ खास मीठे व्यंजन, जिनकी रेसिपी फूड इंफ्लूएंसर सुमाइला चौहान ने साझा किया है।
अखरोटी कलाकंद
सामग्रीः
- डेढ़ कप अखरोट के टुकड़े
- एक लीटर दूध
- एक टेबलस्पून नींबू का रस
- चार-पांच पिसी इलायची
- एक लीटर फुल फैट वाला दूध
- एक चौथाई टीस्पून गुलाबजल
- सजाने के लिए थोड़े से कटे हुए सूखे मेवे व अखरोट के चार-पांच टुकड़े
- थोड़ी सी गुलाब की सूखी हुई पंखुड़ियां
- आवश्यकतानुसार शक्कर
विधिः
- एक बर्तन में अखरोट को मध्यम आंच पर तीन-चार मिनट तक भून लें। इसे ठंडा होने दें। फिर मोटा-मोटा काटकर इसे एक तरफ रख दें।
- एक बर्तन पर मलमल का कपड़ा बिछाकर इस पर एक छलनी रख दें। इसे भी एक तरफ रख दें।
- अब एक भारी तली वाले बर्तन में फैट वाला पूरा दूध डालें और मध्यम आंच पर इसे लगातार चलाते हुए गर्म करें। दूध में उबाल आने दें और आंच बंद कर दें। इसमें नींबू का रस डालकर मिलाएं। यदि आवश्यक लगे तो एक टीस्पून नींबू का रस और डाल सकते हैं, जिससे दूध पूरी तरह से फट जाए।
- अब मलमल लगी हुई छलनी के ऊपर फटा हुआ दूध डालें। नींबू के स्वाद से छुटकारा पाने के लिए छेना को धो लें। अतिरिक्त पानी को थोड़ा निचोड़ दें। ध्यान रखें कि इसे बहुत अधिक न निचोड़ें, नहीं तो कलाकंद बहुत सूखा हो जाएगा। मलमल के कपड़े के किनारों को बांधें और इसे 10-15 मिनट के लिए सिंक के नल पर लटका दें।
- एक बर्तन में सादा वाला दूध गाढ़ा करें। इसमें छेना डालकर मिलाएं और धीमी आंच पर बीच-बीच में चलाते हुए पकाएं। 10-12 मिनट तक पकाएं, जब तक कि मिश्रण थोड़ा गाढ़ा न हो जाए और किनारे न छोड़ने लगे। अब पिसी इलायची और कटे हुए अखरोट डालें, ऊपर से छिड़कने के लिए कुछ बचाकर रखें।
- आठ इंच के एक पैन को चिकना करें और उस पर बटर पेपर बिछा दें। मिश्रण को पैन के आधे हिस्से में फैलाएं। ऊपर से सूखे मेवे, अखरोट के टुकड़े और गुलाब की सूखी हुई पंखुड़ियां डालें। परोसने से पहले इसे कुछ समय तक सेट होने दें।
तिल की बर्फी
सामग्रीः
- एक टेबलस्पून घी
- आधा लीटर फुल फैट वाला दूध
- आधा कप मिल्क पाउडर
- आधा कप अखरोट
- एक चौथाई कप कटे हुए अखरोट
- तीन चौथाई कप तिल
- एक तिहाई कप गुड़
- आधा टीस्पून पिसी इलायची
विधिः
- मध्यम धीमी आंच पर एक बर्तन में तिल डालें और तीन-चार मिनट तक गरम करें। इससे ये थोड़े सुनहरे हो जाएंगे। इन्हें ठंडा होने दें। फिर दरदरा पीस लें। अब अखरोट को पीस लें, लेकिन ध्यान रखें कि इसे अधिक न पीसें।
- एक भारी तले वाले बर्तन में घी गरम करें। दूध डालें और मिलाएं। मध्यम आंच पर हल्की उबाल आने दें। मिल्क पाउडर डालें। मध्यम आंच पर बार-बार चलाते हुए पकाएं। बर्तन के किनारों को खुरचें। 10-15 मिनट तक पकाएं, जब तक कि दूध आधा रह जाए।
- अखरोट और गुड़ को अच्छी तरह मिलाएं और पांच-छह मिनट तक पकाएं।
- इसमें पिसा हुआ तिल अच्छी तरह मिलाएं। इसे दो-तीन मिनट और चलाएं। इसमें पिसी इलायची और कटे हुए अखरोट डालकर अच्छी तरह मिलाएं। इसे तब तक चलाती रहें, जब तक कि मिश्रण गाढ़ा न हो जाए और बर्तन न छोड़ने लगे व आटा जैसा न दिखने लगे। अब आंच बंद कर दें।
- एक बर्तन को चिकना कर लें। इस पर बटर पेपर फैलाएं। पके हुए मिश्रण को इस पर समान रूप से फैलाएं। ऊपर से कटे हुए अखरोट डालें और कुछ तिल छिड़कें। एक घंटे के लिए फ्रिज में सेट होने दें। बाद में मनपसंद आकार में काटकर परोसें।