मुख्यमंत्री रघुवर दास सहित टॉप पुलिस अफसरों व उनके परिवार को मारने का प्लान बनाया गया है। यह प्लान माओवादियों की दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी की यूनिफायड मिशन-2018 के तहत बनाया गया है। कमेटी के नरेश ने मुख्यमंत्री को खुला पत्र भेजकर चेतावनी दी है कि उनके कैडर के नक्सली किसी भी कीमत पर अपने प्लान को सफल बनाकर रहेंगे।
इस पत्र के बाद महकमा में हड़कंप है। आइजी ऑपरेशन आशीष बत्रा ने संबंधित सभी विभाग को पत्राचार कर मुख्यमंत्री की सुरक्षा पर मंथन कर सुझाव मांगा है, ताकि सीएम की सुरक्षा को और कड़ी और चाक-चौबंद की जा सके। पत्र में लिखा है कि राज्य के तीन प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ताओं डॉक्टर प्रकाश आमटे, अभय बंग व उनकी पत्नी रानी को सुरक्षाकर्मियों ने परेशान किया है।
माओवादियों से सहानुभूति रखने वाले मानवाधिकार कार्यकर्ता, बुद्धिजीवियों को प्रताडि़त किया जाता रहा है। अब इसका बदला लिया जाएगा। यह बदला माओवादियों के सभी जोन के कामरेड यूनिफायड मिशन-2018 के तहत लेंगे।
मुख्यमंत्री के लिए किया पूंजीपति व फर्जी मुठभेड़ के शिल्पकार सीएम का संबोधन : सीएम के लिए जो पत्र भेजा गया है, वह अंग्रेजी में है। पत्र भेजने वाले ने मुख्यमंत्री रघुवर दास को पूंजीपति व फर्जी मुठभेड़ के शिल्पकार की संज्ञा से संबोधित किया है। पुलिस अफसरों के लिए कहा गया है कि ऐसी पुलिस को कचरा पेटी में फेंक दिया जाएगा।
फर्जी मुठभेड़ का लेंगे बदला : पत्र में यह भी कहा गया है कि 100 से ज्यादा आंदोलनकारियों की पुलिस ने कुछ माह के भीतर फर्जी तरीके से मारा है। यह मुठभेड़ महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ व झारखंड के जंगली क्षेत्रों में हुआ है। इसका बदला लिया जाएगा।