कहते हैं जो व्यक्ति अपने इतिहास से वाकिफ नहीं है, वह बिना जड़ वाले पेड़ की तरह है। इतिहास को जानना जितना जरूरी है, उसे आने वाली पीढ़ियों के लिए सहेज कर रखना भी उतना ही आवश्यक है, खासकर दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के स्वतंत्रता संग्राम की गौरवशाली गाथा को। पिछले 40 वर्षो से एक शख्स जी-जान से इस मुहिम में जुटा हुआ है। ये हैं डॉ. देवजीत बंद्योपाध्याय।
क्या-क्या हैं गैलरी में
एकेडमी थिएटर आर्काइव के तहत स्थित इंदिरा गैलरी में महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस व जवाहरलाल नेहरू के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान दिए गए भाषणों के रिकार्डस भी मौजूद हैं। इनमें गांधीजी का बिड़ला हाउस में दिया गया भाषण भी है। एक रिकार्ड में गांधीजी के हस्ताक्षर भी किए हुए हैं। यहां एक ऐसा माउथपीस भी है, जिसके जरिये महात्मा गांधी और नेताजी ने विभिन्न जनसभाओं को संबोधित किया था।