धनतेरस पर बाजार में गजब की धनवर्षा, खरीदारों की ऐसी भीड़ उमड़ी कि शहर छोटा पड़ गया

सुख-समृद्धि व वैभव के पर्व धनतेरस पर बाजार में गजब की धनवर्षा हुई। सुबह से धन की बौछार शुरू हुई तो देर रात तक होती रही। ऑफर, स्कीम और डिस्काउंट की वजह से बाजार में खरीदारों की ऐसी भीड़ उमड़ी कि शहर छोटा पड़ गया। बाजार में मेले सा नजारा नजर आया। आस्था व उत्साह के आगे कोरोना के साथ महंगाई भी धराशायी दिखी।

गुरुवार को धनतेरस के मौके पर सुबह से शाम तक बाजार का नजारा कुछ ऐसा रहा कि मानों पूरे शहर में मेला लगा हुआ हो और हर रास्ते बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक्स, होम अप्लाइंसेज, ऑटोमोबाइल, फोर व टू-व्हीलर और ज्वेलरी की दुकानों की ओर जा रहे हों। अन्य दुकानों पर भी त्योहारी रंग चटख चढ़ा। धन की देवी लक्ष्मी व कष्टहरता गणेश की प्रतिमाएं भी खूब बिकीं। मिठाइयों की दुकानों पर भी खरीदारों की लंबी कतारें रहीं।

दरअसल, अब धनतेरस में खरीदारी का ट्रेंड काफी बदल गया है। शगुन के नाम पर सिर्फ सोने, चांदी के सिक्के और बर्तन खरीदने की बजाए कार से लेकर सोफा तक, तो टू- व्हीलर से लेक टीवी तक लोगों की पसंद बन गए हैं। लोगों को आकर्षित करने और उत्सव को मनाने के लिए शहर के अधिकांश दुकानदार बेसब्र रहे। रंग-बिरंगे सजावटी फूलों से सजी इन दुकानों की रौनक खरीदारों की भीड़ ने बढ़ा दी। दोपहर तक तो दुकानों में सामान्य सी भीड़ थी, लेकिन दोपहर बाद से लेकर रात तक बाजार में खरीदारों का तांता लगा रहा। एक अनुमान के अनुसार शहर में 100 करोड़ का कारोबार हुआ।

धनतेरस के दिन ज्वेलरी बाजार देर रात तक गुलजार रहा। सोने-चांदी के सिक्कों के अलावा चांदी की लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की भी जमकर खरीदारी हुई, इस बार एक नया ट्रेंड यह रहा कि लोगों ने फैंसी गोल्ड के अलावा डायमंड और प्लेटिनम ज्वेलरी की खरीदारी की। शहर के प्रमुख सराफा व्यापारी पीसी ज्वेलर्स के संजय अग्रवाल ने बताया कि बाजार इस बार उम्मीद से बेहतर रहा है। डायमंड ज्वेलरी की भी खूब खरीदारी हुई। ठाकुर प्रसाद गोपाल दास ज्वेलर्स के निदेशक योगेश अग्रवाल ने बताया कि इस बार लोगों ने सोने-चांदी के आभूषणों के अलावा चांदी की लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की खूब खरीदारी की। सराफा व्यापारी एवं सराफा मंडल के अध्यक्ष पंकज गोयल ने बताया कि इस बार सराफा बाजार पर कोरोना का कोई असर नहीं रहा। एक अनुमान के अनुसार केवल बृहस्पतिवार को ही 50 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार हुआ।

धनतेरस के दिन ऐश्प्रा जेम्स एंड ज्वेल्स में खूब बिक्री हुई। निदेशक वैभव सराफ ने बताया कि कोविड को ध्यान में रखते हुए आभूषणों की डिजाइन में भी बदलाव कर दिया गया है। ज्वेलरी कुछ इस ढंग से डिजाइन की गईं हैं ,जो मास्क पर भी बेहतर ढंग से उभर कर आएं। वहीं पिछले कुछ दिनों में सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट की वजह से आभूषणों की अच्छी खासी बिक्री हुई। वहीं लोगों ने मेकिंग चार्ज और हीरे के आभूषणों पर छूट का खूब फायदा उठाया। दिवाली तक इस स्कीम का लाभ उठाया जा सकता है।

धनतेरस में लोगों ने इलेक्ट्रॉनिक बाजार के ऑफर का जमकर लाभ उठाया। टीवी, फ्रिज से लेकर एयर कंडीशनर तक में मिल रही छूट की वजह से खूब खरीदारी हुई। इनमें काफी संख्या में लोग ऐसे भी थे, जिन्होंने एडवांस बुकिंग करा ली थी, लेकिन धनतेरस के शुभ मुहूर्त में सामान लेकर अपने घर पहुंचे। सबसे ज्यादा बिक्री स्मार्ट टीवी की रही। वैल्यू प्लस के गौरांग अग्रवाल ने बताया कि धनतेरस के दिन सबसे ज्यादा बिक्री स्मार्ट टीवी की हुई है। गोरखपुर शहर में जिस ढंग से खरीदारी हुई उससे अनुमान है कि 20 से 22 करोड़ रुपये के इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों की खरीदारी हुई। 

धनतेरस के दिन वाहन विक्रेताओं के चेहरे पर रौनक आ गई। स्मार्ट व्हील्स के विक्रम सराफ ने बताया कि मार्च से लेकर अधिमास तक ऑटोमोबाइल सेक्टर में उदासी छाई हुई थी। धनतेरस के दिन अधिकांश उन गाड़ियों की डिलीवरी हुई, जिन्होंने एडवांस बुकिंग की थी। पिछली बार के मुकाबले इस बार मारुति कारों की बिक्री काफी बेहतर रही है। वहीं डीपी हीरो के नितिन मातनहेलिया ने कहा कि पिछली बार के मुकाबले इस बार का बाजार अच्छा है। धनतेरस दो दिन होने की वजह से कुछ लोगों ने बृहस्पतिवार को ही अपनी गाड़ी ले ली और कुछ लोग शुक्रवार को ले जाने की तैयारी में हैं। वहीं आटो सेक्टर के व्यापारियों के अनुसार 300 से ज्यादा फोर व्हीलर तो 1900 से ज्यादा टू-व्हीलर की बिक्री हुई है।

होम अप्लायंसेज कंपनी साहू समूह के एमडी सनूप साहू ने बताया कि इस बार हमारी बिक्री पिछले साल की तुलना में बेहतर रही है। कोरोना की वजह से इस बार माल की आपूर्ति कम हो रही है। लिहाजा होलसेल में मांग के अनुरूप पूर्ति नहीं कर सके। रिटेल में बिक्री के लिए माल को बचा कर रखा था, जिसकी बिक्री बेहतर रही। वहीं होम अप्लायंसेज एवं क्राकरी बर्तन के व्यापारी आनंद रूंगटा का कहना है कि बाजार पिछली बार की तरह ही बेहतर है। अब लोग सिर्फ जरूरत के हिसाब से ही नहीं, बल्कि शौक से खरीदारी करते हैं।  

जिनके घरों में शादी है, उन्होंने धनतेरस का दिन खरीदारी के लिए चुना। लिहाजा कपड़े के बाजार में भी धनतेरस के दिन खूब रौनक रही। सांवरिया होलसेल क्लॉथ बाजार के विनीत पोद्दार ने बताया कि धनतेरस के दिन उनके दुकान में काफी बिक्री हुई। नए-नए डिजाइन और कलेक्शन की खूब मांग रही। कपड़ों के साथ लोगों ने मैचिंग कलेक्शन लेने को तरजीह दी। वहीं संगम साड़ी के निदेशक विष्णु टेकड़ीवाल ने कहा कि जिनके घरों में शादियां हैं, या छठ पूजा होनी है, उन्होंने कपड़ों की खरीदारी के लिए धनतेरस का दिन चुना। सिल्क, जार्जेट, फ्लोर डिजाइन प्रिंट समेत नई डिजाइन की साड़ियों की खूब बिक्री हुई। थोक वस्त्र व्यापारी राजेश नेभानी ने कहा कि धनतेरस ने कोरोना के डर को खत्म कर दिया। खूब बिक्री हुई।

शहर के करीब-करीब हर बाजार में सुबह से लेकर शाम तक खरीदारों की भीड़ लगी रही। भीड़ इतनी थी कि लोगों को पैदल गुजरना भी मुश्किल हो गया। दुकानदारों की मनमानी ने लोगों की मुसीबत और बढ़ा दी। अतिक्रमण करते हुए दुकानदारों ने आधी सड़क को शो-केस में तब्दील कर दिया था। ऐसे में बाजार में जाम की स्थिति बनी रही। आजाद चौक, रुस्तमपुर, गोलघर, बैंक रोड, विजय चौराहा, साहबगंज, रेती रोड, बक्शीपुर समेत अन्य सभी बाजारों का नजारा कुछ ऐसा ही रहा। आस्था के इस महापर्व में भी पुलिस भी सुस्त बनी रही।

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