दोस्तों संग एडवेंचरस ट्रिप पर जाने का मजा ही कुछ और है। अगर आप भी हाल फिलहाल में अपने दोस्तों के साथ कहीं अच्छा वक्त बिताने के लिए जाने की सोच रहे हैं तो किसी ऐसी जगह जाएं जो रोमांच और एडवेंचर से भरी हो। आज हम आपको एक ऐसी जगह के विषय में बताने जा रहे हैं जहां पहुंचने से लेकर घूमने तक का सफर आप जिंदगी में कभी भूल नहीं पाएंगे क्योंकि ये दुनिया की आखिरी सड़क है।
कड़ाके की ठंड वाली इस जगह में लोग मछली का कारोबार कर जीवन-यापन करते हैं। साल 1930 में इस इलाके का धीरे-धीरे विकास होने लगा और तब जाकर साल 1934 में स्थानीय निवासियों ने मिलकर यह निर्णय लिया कि यहां दुनियाभर से पर्यटकों का स्वागत किया जाना चाहिए ताकि रोजगार के अवसर बढ़ें।
यह नार्वे का आखिरी छोर है। यहां से आगे जाने वाली सड़क को दुनिया की आखिरी सड़क माना जाता है। पृथ्वी के इस छोर और नार्वे को जो सड़क जोड़ती है उसे ई-69 के नाम से जाना जाता है। इसे दुनिया की आखिरी सड़क भी कहा जाता है क्योंकि इससे आगे कोई सड़क नहीं है।
ई-69 लगभग 14 किलोमीटर लंबा एक हाइवे है। इस सड़क पर हमेशा लोगों के साथ जाने की सलाह दी जाती है। अगर कोई यहां अकेले जाता है तो उसके गुम होने की संभावना बनी रहती है। उत्तरी ध्रुव के पास होने के कारण यहां सर्दियों में रातें खत्म ही नहीं होती और गर्मियों में सूरज डूबता ही नहीं है।
ई-69 लगभग 14 किलोमीटर लंबा एक हाइवे है। इस सड़क पर हमेशा लोगों के साथ जाने की सलाह दी जाती है। अगर कोई यहां अकेले जाता है तो उसके गुम होने की संभावना बनी रहती है। उत्तरी ध्रुव के पास होने के कारण यहां सर्दियों में रातें खत्म ही नहीं होती और गर्मियों में सूरज डूबता ही नहीं है।
अब दुनिया के कोने-कोने से लोग नॉर्थ पोल घूमने के लिए आते हैं। यहां घूमना मतलब जन्नत घूमने जैसा ही है। यहां मिडनाइट सन और पोलर लाइट का दृश्य देखकर लोग आश्चर्यचकित रह जाते हैं।यहां सैलानी साल के अंत में आना ज्यादा पसंद करते हैं। नॉर्थ पोल की एक और खासियत यह है कि यहां के लोग अकेले रहना ज्यादा पसंद करते हैं।