वास्तु के अनुसार पश्चिमी दिशा दोष दूर करने के लिए इस दिशा में पानी का फव्वारा लगाना चाहिए। इसके साथ ही पश्चिमी दिशा में शनि यंत्र की स्थापना भी की जा सकती है।
गृह स्वामी को चाहिए कि वह इस दिशा को ऊंचा रखे और इस दिशा को वर्गाकार या आयताकार रखें। इस दिशा में भारी पौधे लगाने से भी लाभ मिलता है। इसी तरह घर में वायव्य दिशा दोष दूर करने के लिए इस दिशा में मारुतिदेव की तस्वीर लगानी चाहिए। हनुमान जी की तस्वीर भी इस दिशा में लगाई जा सकती है। यदि खुला स्थान हो तो यहां पर ऐसा वृक्ष लगाना चाहिए जिसके पत्ते मोटे हों। वायु देव या चन्द्रदेव के मंत्रों का जाप करने से भी लाभ होता है। इस दिशा में ताज़ा फूलों का गमला लगाना चाहिए। परिवार में मां का आदर करें और उनका चरण छूकर आशीर्वाद लें। इस दोष के निवारण के लिए सोमवार को शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए। उत्तर दिशा दोष को खत्म करने के लिए इस दिशा में बड़ा आदमकद शीशा लगाया जा सकता है। दीवार पर इस दिशा में हरे रंग का हल्का पेंट करवाना चाहिए। बुध यंत्र की स्थापना भी की जा सकती है। इस दिशा पर तोते की फोटो लगाने से पढ़ाई में कमजोर बच्चों को फायदा मिलता है।