देश में कोरोना मरीजो की संख्या 43,70,128 पहुची अब तक 73,912 लोगो की हो चुकी मौत

कोरोना वायरस से हो रही मौत के मामले में भारत की ​हालत दुनिया में सबसे खराब हो चुकी है. देश में बुधवार को एक दिन में 89,706 नए कोरोना केस दर्ज हुए. इसके साथ ही देश में कुल दर्ज केसों की संख्या 43,70,128 तक पहुंच गई. अब तक भारत में कोरोना 73,912 लोगों की जान ले चुका है.

पिछले एक सप्ताह से दुनिया में कोरोना वायरस से हर पांचवीं मौत भारत में हो रही है. वैश्विक स्तर पर दैनिक मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है और ये मध्य अप्रैल के स्तर के बराबर पहुंच गई है. सितंबर के पहले हफ्ते के आंकड़े बताते हैं कि रोजाना मौतों की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा मौतें भारत में दर्ज हो रही हैं.

9 सितंबर तक दुनिया भर में कोरोना वायरस से करीब 9 लाख लोगों की मौत हो चुकी है. हर दिन सबसे ज्यादा मौतें अप्रैल के मध्य में दर्ज हुई थीं. इस दौरान पूरी दुनिया में रोजाना 7000 लोगों की मौत हो रही थी. ऐसा लग रहा है कि दुनिया में कोरोना से मौतों की दूसरी लहर चल पड़ी है और बड़ी संख्या में लोगों को मार रही है.

रोजाना मौतों के सात दिनों के रोलिंग एवरेज के आंकड़ों से पता चलता है कि वैश्विक स्तर पर अप्रैल में कोरोना से मौतें अपने पीक पर थीं. इसके बाद मई और जून में इनकी संख्या करीब 4,500 हो गई. लेकिन जुलाई से मौतों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई.

अगस्त के मध्य में वैश्विक स्तर पर रोजाना मौतों की संख्या 6,000 को पार कर गई. हालांकि, सितंबर के पहले हफ्ते में रोजाना मौतों में थोड़ी कमी आई थी, लेकिन अब भी हर दिन दुनिया भर में 5,000 से ज्यादा मौतें हो रही हैं.

मार्च के मध्य में एशिया के मुकाबले यूरोप में कोरोना वायरस से औसतन ज्यादा मौतें होने लगीं. इटली, स्पेन और ब्रिटेन ग्लोबल हॉटस्पॉट में तब्दील हो गए थे. लेकिन जुलाई से दक्षिण अमेरिका और एशिया ने रोजाना मौतों की संख्या के मामले में यूरोप को पीछे छोड़ना शुरू कर दिया.

हालांकि, दक्षिण अमेरिका अभी भी महामारी का केंद्र बना हुआ है. हर दिन होने वाली आधी मौतें यहीं हो रही हैं. इनमें पनामा, पेरू, बोलीविया और कोलंबिया जैसे देश हैं जो सबसे ज्यादा रोजाना मौतें दर्ज कर रहे हैं. लेकिन ब्राजील जो कभी सबसे बुरी तरह प्रभावित देश था, सितंबर के पहले हफ्ते से यहां मौतों की संख्या कम होने लगी है.

जबकि एशियाई देशों में से भारत में रोजाना मौतों का औसत अब तक का सबसे ज्यादा है. सितंबर के पहले हफ्ते में भारत में हर दिन करीब 1,000 मौतें दर्ज हुई हैं.

दुनिया में रोजाना मौतों की दूसरी लहर के दौरान अमेरिका, ब्राजील और भारत में सबसे ज्यादा मौते हो रही हैं. रोजाना मौतों की संख्या के मामले में इस समय भारत की हालत सबसे खराब है. इसने हर दिन मौतों के मामले में अमेरिका और ब्राजील को पीछे छोड़ दिया है.

पिछले दो हफ्तों में अमेरिका 9,979 और ब्राजील में 9,799 मौतें दर्ज हुईं. इसी अवधि में भारत में कुल 13,418 मौतें दर्ज हुईं.

हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि भारत में मृत्यु दर नियंत्रण में है. स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बुधवार को कहा, “केस मृत्यु दर लगातार गिर रही है. अगस्त के पहले हफ्ते में ये 2.15% थी; अब 1.70% पर है.”

जून के मध्य और जुलाई में भारत में रोजाना मौतों का औसत, वैश्विक मौतों का 12 फीसदी था. जुलाई से इसमें वृद्धि दर्ज हुई है. आधे अगस्त के तक वैश्विक मौतों में भारत का शेयर बढ़कर 16 फीसदी हो गया और सितंबर के पहले हफ्ते तक ये बढ़कर 19 फीसदी (करीब 1,000) हो गया.

अमेरिका में रोजाना मौतों की संख्या सितंबर के पहले छह दिनों में मामूली रूप से कम हुई है. इसी तरह ब्राजील में भी रोजाना मौतें 1000 से घटकर 900 से कम हो गई हैं.

कोरोना महामारी की वजह से मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. पिछले 24 घंटों में भारत में 1,115 और वैश्विक स्तर पर 4,737 मौतें दर्ज हुई हैं.

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