पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मांग की है कि केंद्र सरकार को तुरंत नए कृषि कानूनों का वापस लेना चाहिए. बंगाल में अब तृणमूल कांग्रेस इन कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी. ममता बनर्जी ने इसके लिए शुक्रवार को पार्टी की बड़ी बैठक बुलाई है.
कृषि कानूनों के खिलाफ उत्तर भारत में किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं, जिनका अब ममता ने भी समर्थन कर दिया है. ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें किसान और खेती को लेकर काफी चिंता है, केंद्र सरकार को इन कानूनों को तुरंत वापस लेना चाहिए.
ममता ने चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं होता है तो बंगाल और देश के अन्य हिस्सों में बड़ा आंदोलन खड़ा होगा. ममता बोलीं कि वो शुरुआत से ही इन कानूनों का विरोध कर रही हैं.
बंगाल सीएम के मुताबिक, चार दिसंबर को TMC की मीटिंग है. जिसमें किसानों के लिए लाए गए नए कानूनों पर मंथन किया जाएगा, जिसके बाद आंदोलन की तैयारी तेज होगी. हमारी एक ही मांग है कि सरकार कानून को वापस ले ले.
ममता ने केंद्र पर आरोप लगाया कि आज दिल्ली सरकार सबकुछ बेच रही है. एयर इंडिया, कोल इंडिया, BSNL समेत कई सरकारी संपत्तियों को बेच दिया गया है. हम इसका विरोध करते रहे है, ये सब देश की संपत्ति है ना कि बीजेपी की पर्सनल संपत्ति है.
आपको बता दें कि बंगाल में अगले साल चुनाव होना है और इस बार बीजेपी बंगाल में टीएमसी के लिए चुनौती बनकर उभरी है. ऐसे में टीएमसी लगातार आक्रामक रुख अपनाए हुए है. इससे पहले जब 2019 का चुनाव था, तब भी ममता ने बंगाल के अलग-अलग शहरों में CAA के खिलाफ रैली निकाली थी.
गौरतलब है कि पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड समेत अन्य कई राज्यों के मुख्यमंत्री पहले ही इन कानूनों के खिलाफ अपनी राय रख चुके हैं और सरकार से इन्हें वापस लेने को कह रहे हैं.