जेएनयू के देशविरोधी नारे लगाने वाले छात्रों को विद्यालय के नियमो के उलंघन और अनुशासन हीनता के तहत दोषी पाया गया है, (JNU Anti National) और ऐसे 16 छात्रों को 9 सितम्बर को होने वाले छात्र संघ चुनावों से साफ तौर पर बाहर कर दिया गया है और इनका नाम भी मतदाता सूची से हटा दिया गया है।
छात्र संघ के सदस्य रामा नागा ने बताया
जेएनयू छात्र संघ के सदस्य रामा नागा ने बताया, ‘‘जेएनयू के चुनाव आयोग ने आज जब मतदाता सूची पेश की तब हमने पाया कि हमारे नाम सूची में शामिल नहीं हैं। मानक प्रावधान के अनुसार हम प्रशासनिक अधिकारी के पास अपना नाम सूची में शामिल कराने गए लेकिन हमें बताया गया कि उन्होंने हमारे नाम काट दिए हैं क्योंकि 9 फरवरी की घटना के सिलसिले में हमारे खिलाफ जुर्माना लंबित है।’’
आरोपी छात्रों का कहना है कि उक्त घटना के बाद से ही विश्वविधयालय का ओरशं हमें परेशान कर रहा है। 23 अगस्त को हमारे खिलाफ दण्ड का आदेश आया और हमें इसके लिए सिर्फ 15 दिनों की मोहलत दी गई है।जेएनयू छात्र संघ के संयुक्त सचिव सौरभ शर्मा ने भी इसी तरह के आरोप लगाए हैं। वह छात्र संघ में एबीवीपी के एकमात्र सदस्य हैं। छात्र संघ चुनाव के लिए चुनाव आयुक्त ने कहा कि इस विषय में उसकी कोई भूमिका नहीं है और संबद्ध छात्रों को अपने संबद्ध विभागों के प्रशासनिक अधिकारियों (एओ) से मंजूरी लेने की जरूरत है ताकि सूची में वे अपना नाम शामिल करा सकें।