महाराष्ट्र में चुनाव जीतने के बाद भाजपा के देवेंद्र फडणवीस को सीएम और एकनाथ शिंदे व अजीत पवार को डिप्टी सीएम बनाने के प्रस्ताव पर एनसीपी की सहमति है। लेकिन शिवसेना चाहती है कि पूर्व की स्थिति बहाल हो और शिंदे फिर सीएम बने।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत के बाद महायुति में मुख्यमंत्री पद पर सहमति बनाने के लिए विमर्श का दौर जारी है। इस पद के लिए संघ व भाजपा की पहली पसंद पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस हैं। भाजपा के फडणवीस को सीएम और एकनाथ शिंदे व अजीत पवार को डिप्टी सीएम बनाने के प्रस्ताव पर एनसीपी की सहमति है। लेकिन शिवसेना चाहती है कि पूर्व की स्थिति बहाल हो और शिंदे फिर सीएम बने।
शिवसेना को मनाने की कोशिश जारी है। फडणवीस सोमवार देर रात दिल्ली पहुंच गए। गृह मंत्री अमित शाह से उनकी मुलाकात के बाद सीएम की घोषणा होने की उम्मीद है। मंगलवार को फडणवीस दो डिप्टी सीएम के साथ शपथ ले सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा ने शिवसेना व एनसीपी को डिप्टी सीएम के पद के साथ ही मंत्रिमंडल में क्रमश: 12 व 10 सीट देने का प्रस्ताव दिया है। इसे अजीत ने मंजूर कर लिया है। लेकिन शिवसेना पुरानी व्यवस्था चाहती है। शिवसेना सांसद नरेश म्हस्के ने कहा कि शिंदे को मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए।
भाजपा को कार्यकर्ताओं की चिंता
भाजपा व संघ के सामने कार्यकर्ताओं की नाराजगी की समस्या है। कार्यकर्ता राज्य में उलटफेर और शिवसेना में टूट के बाद अधिक सीटों के रहते पार्टी का सीएम नहीं बनाने से नाराज थे।
भाजपा अगर इस बार भी सीएम पद सहयोगी को देती है, तो कार्यकर्ताओं को समझाना मुश्किल होगा।
भाजपा नेतृत्व को लगता है कि मराठा बनाम ओबीसी की जंग में तीसरे वर्ग का सीएम बनने से दोनों वर्ग नाराज नहीं होंगे।
विधायकों के शपथ ग्रहण की तैयारी शुरू
विधानसभा सचिवालय स्तर पर विधायकों के शपथ ग्रहण की तैयारी शुरू हो गई है। 27 या 28 नवंबर को विधानसभा सत्र बुलाया जा सकता है, जिसमें विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी।