देवता, दानव और मानव सबके प्रिय थे देवर्षि नारद

खंडवा : मूल सिद्धांतों एवं निस्वार्थ भाव से देवर्षि नारदजी ने संवाददाता का कार्य किया और समाज को राष्ट्रभक्ति पूर्ण संवाद से समृद्ध बनाया। वे देवलोक, पाताल और मृत्यूलोक के तीनों लोकों के देवता, दानव और मानव सबके प्रिय थे। उनमें ताडन शक्ति थी, देश की प्राण शक्ति में धर्म बसता है। साहित्य, संस्कृति, समाज, इतिहास, सांस्कृतिक, परंपराएं, दर्शन, धर्मशास्त्र अलग-अलग नहीं है।

देवता, दानव और मानव सबके प्रिय थे देवर्षि नारद

नारदजी ने कभी किसी घटना या जानकारी को झूठ बनाकर प्रस्तुत नहीं किया। नारदजी ने संवाद क्रिया को अपना धर्म माना और पूरे ब्रह्मांड में संवाद के जरिये लोकहित व लोककल्याण का कार्य भक्ति के साथ किया। पत्रकारिता आज समाज को संबल प्रदान करती है। संवाददाता केवल घटना के विवरण का प्रसारण करने का काम नहीं, वरन अतीत वर्तमान और भविष्य की जानकारियों के आधार पर सूक्ष्म और तथ्यात्मक जानकारियों का प्रसारण करता है। यह बात मुख्य वक्ता एवं वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. श्रीराम परिहार ने विश्व संवाद केंद्र द्वारा आद्य संवाददाता देवर्षि नारद जयंती के अवसर पर आदर्श पत्रकारिता-पत्रकारों के आदर्श विषय पर आयोजित व्याख्यान में कही।

रविवार को यह आयोजन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर कल्याणगंज में हुआ। इस अवसर पर श्री परिहार ने संवाददाता के मूल तत्वों को भी विस्तार से बताया और आज की पत्रकारिता में मूल तत्वों के साथ पत्रकारिता का आह्वान किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता शक्तिसिंह परमार दैनिक स्वदेश इंदौर संपादक द्वारा भी उक्त विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए व्यवसायिकता के दौर में पत्रकारिता के उद्देश्यों को कायम रखने का आह्वान किया। श्री परमार ने तीन कालखंडों का जिक्र करते हुए पत्रकारिता का उद्देश्य समाज व राष्ट्र के प्रति समर्पित होना बताया।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में दो तरह की पत्रकारिता चल रही है फिर भी व्यवसायिक कठिनाईयों के साथ-साथ लोकहित व जनसमस्याओं को उठाने में मीडिया की अहम भूमिका है। उन्होंने शराब दुकानों के विरोध में खड़ी हो रही मातृशक्ति, जम्मू कश्मीर में चल रही पत्थरबाजी, भ्रष्टाचार व घोटालों को उजागर करने में भी मीडिया के योगदान को बताया। कार्यक्रम के पूर्व अतिथियों द्वारा नारदजी, मां सरस्वती एवं भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन किया। इसके पश्चात विश्व संवाद केंद्र के पदाधिकारियों द्वरा अतिथियों को स्मृति चिन्ह व श्रीफल भेंटकर स्वागत किया गया।

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर संघचालक अतुलजी शाह, विभाग कार्यवाह महेंद्रजी शुक्ला, विभाग प्रचारक विनयजी दीक्षित, भूपेंद्र चौहान, समाजसेवी सुनील जैन, पत्रकार प्रमोद सिन्हा, संजय राठी, शेख शकील, प्रशांत शर्मा, दीपक सपकाल, सुनील पटेल, अनुप खुराना, नीतिन झंवर, मनीष गुप्ता, गोपाल गीते, विशाल नकूल, सुमित काले, हर्ष उपाध्याय, महेश कठोर, प्रतीक मिश्रा, रियाज सागर, जितेंद्र तिवारी, शेख वसीम, विकास चौहान, इमरान खान, रितेश भावसार सहित विद्यार्थी एवं गणमान्यजनों सहित विश्व संवाद केंद्र के पदाधिकारी मौजदू थे। अतिथि परिचय जगदीश अग्रवाल ने दिया। संचालन विश्व संवाद केंद्र के निलेश माउलीकर ने किया तथा आभार अमित पालीवाल ने माना।

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