कार के दीवानों की दुनिया में कमी नहीं है। शौक के लिए कोई उन पर पानी की तरह पैसा बहाता है, तो कई उन्हें हाईफाई एसेसरीज से लैस कराता है। कार के जुनून में लोग उसे अपने लिविंग रूम तक ले आते हैं। अपनी कार को वे इतना चाहने लगते हैं कि उसे खाते-पीते, सोते-जागते और बाकी काम करते हुए हर समय अपने सामने रखते हैं। ऐसे हाईटेक बंदोबदस्त करते हैं कि कार खुद-ब-खुद गगनचुंबी इमारत के फ्लैट्स में पहुंच जाती है। सोशल मीडिया पर इससे जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है।
यह वीडियो क्लिप सिंगापुर की बताई जा रही है, जहां ऑर्चड रोड पर हैमिल्टन पार्क अपार्टमेंट कॉम्पलेक्स नाम की गगनचुंबी इमारत है। 30 माले वाली इस इमारत में आलीशान और प्रीमियम फ्लैट्स हैं। आप अपनी प्यारी सुपर कार को इनमें गराज के बजाय साथ रख सकते हैं। लिविंग रूम में कार पार्किंग और उसे वहां तक पहुंचाने के खास बंदोबस्त भी हैं। यहां रहने वाले करोड़पति अपनी मासेराटी, लैंबॉर्गिनी और फरारी जैसी सुपरकार्स इन फ्लैटों में ऐसे ही खड़ी करते हैं।
वीडियो में दिखाया गया है कि शख्स कार को लेकर हैमिल्टन पार्क अपार्टमेंट में ले जाता है। फिर वह उसे ऑटोमैटिक लिफ्ट में छोड़ देता है। बायोमीट्रिक सेंसर वाली लिफ्ट का बटन दबाता है, जो खासतौर पर गाड़ियों को ऊपर के मालों पर पहुंचाने के लिए बनी होती है। इसके बाद वह शख्स खुद दूसरी लिफ्ट से ऊपर पहुंचता है। इधर, कार उस जगह से स्पेशल लिफ्ट में पहुंचती है और आपके पहुंचने से पहले वह (आपके चुने गए माले पर) लिविंग रूम में आकर पार्क हो जाती है। शख्स जब तक लिविंग एरिया में प्रवेश करता है, उसकी सुपरकार वहां खड़ी मिलती है। खास बात यह है कि वहां वह अकेली कार नहीं पार्क होती। उसके अलावा वहां एक और कार भी खड़ी होती है। यानी लिविंग एरिया में कार पार्किंग के लिए जगह जरूरत के हिसाब से बढ़ाई जा सकती है।
अब आप सोच रहे होंगे कि कार ऊपर तो पहुंच गई, लेकिन वह दोबारा नीचे कैसे आती होगी। इसका जवाब भी बेहद आसान है, कार जिस तरह स्पेशल लिफ्ट से ऊपर पहुंचती है, ठीक उसी तरह वह नीचे भी आती है। वीडियो में कार नीचे उतारने के दौरान की प्रक्रिया को दिखाया गया है। ऐसा बताया गया कि यह नया और अनूठा तरीका शहर में पार्किंग की समस्या को जड़ से मिटाने के लिए आजमाया गया है।
केओपी प्रॉपर्टीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी लेनी सुपारमैन ने बताया कि सुपरकार्स खरीदने वाले इनके बारे में बहुत जानकार होते हैं। उन्होंने बहुत कुछ देखा होता है और वे बहुत कुछ दिखा भी चुके होते हैं, इसलिए वे ऐसी चीजें तलाशते हैं जो अलग और कुछ हट कर होती हैं। यह कार पार्क करने के साथ ठीक वैसा है, जैसा किसी संग्रहालय में होता है।
देखें विडियो:-
https://youtu.be/BGBZSPuO7Jk