कांग्रेस नेता और अभिनेत्री नगमा ने सचिन पायलट के उस बयान का समर्थन किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि यह देखना दुर्भाग्यपूर्ण है कि ज्योतिरादित्य ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है.
पायलट ने कहा, मैं सोचता हूं कि पार्टी में बातचीत के जरिए विवाद सुलझा लिए गए होते. सचिन पायलट की बात का समर्थन करते हुए नगमा ने ट्वीट किया है कि हम में से बहुत से लोगों में असंतोष है.
ऐसा लगता है कि पार्टी इसे देखने में पूरी तरह से विफल है. नगमा ने ट्वीट में लिखा, इसलिए यह आश्चर्यजनक नहीं है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी छोड़ दी, और भी कई लोग ऐसा ही करेंगे.
बता दें, ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में जाने को राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने यह भी कहा है कि विवादों को सुलझाया जा सकता था.
गौरतलब है कि 18 साल तक कांग्रेस में पले बढ़े ज्योतिरादित्य सिंधिया अब बीजेपी में शामिल हो गए हैं. दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें प्राथमिक सदस्यता दिलाई.
सिंधिया के पार्टी में शामिल होने से बीजेपी को अब मध्य प्रदेश में भी अपनी सरकार बनती दिखने लगी है लेकिन हतप्रभ कांग्रेस को अब जनता के इंसाफ पर भरोसा है.
उधर मध्य प्रदेश से खबर है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामने के बाद कांग्रेस नेताओं ने पार्टी छोड़ना शुरू कर दिया है. राज्य के लगभग हर हिस्से से इस्तीफों की झड़ी लगी हुई है.
अब तक सैकड़ों कार्यकर्ता व पदाधिकारी अपने पदों से इस्तीफा दे चुके हैं. कई नेता तो बीजेपी का भी दामन थामने लगे हैं. सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने के बाद से पार्टी में अफरा-तफरी मची हुई है. सिंधिया के समर्थक के तौर पर कांग्रेस के भीतर गिने जाने वाले कार्यकर्ता और नेता पार्टी को छोड़ रहे हैं.
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के सचिव सुनील तिवारी ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कहा है कि कांग्रेस को कुछ नेताओं ने अपनी संस्था बना लिया है.
सिंधिया ने जब पार्टी और कार्यकर्ता के हित में आवाज उठाई तो उन्हें दबा दिया गया. इसका परिणाम पार्टी के सामने है. बीते 32 साल से कांग्रेस से जुड़े तिवारी ने अपने पद से इस्तीफा देने के साथ कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है.