पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण राजधानी में बुधवार और गुरुवार को हवा की रफ्तार काफी तेज रहेगी और ओलावृष्टि के साथ बरसात की भी संभावना है। इससे फिर से ठिठुरन बढ़ेगी।
बीते दिन के मुकाबले मंगलवार की सुबह एकदम उलट रही। सोमवार को राजधानी में इस सीजन का सबसे घना कोहरा पड़ा था। कोहरे के कारण पालम क्षेत्र में सुबह एक घंटे तक दृश्यता का स्तर लगभग शून्य तक पहुंच गया था। वहीं, मंगलवार को सुबह से धूप खिली रही। हवा की दिशा बदलने और वातावरण में नमी कम होने के चलते कोहरे का असर नहीं के बराबर रहा। पालम क्षेत्र में सुबह दृश्यता का स्तर एक हजार मीटर रहा। वहीं, हवा की रफ्तार धीमी हो जाने के चलते मंगलवार को वायु प्रदूषण में तेजी से इजाफा दर्ज किया गया। हालांकि, मौसम विभाग का अनुमान है कि ज्यादा समय तक लोगों को खराब हवा में सांस नहीं लेनी पड़ेगी। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते मंगलवार रात से ही घने बादलों के आगमन की संभावना है। बुधवार दोपहर बाद से तेज हवाओं के साथ बरसात की उम्मीद की जा रही है। बरसात का दौर रुक-रुक कर गुरुवार तक चलने की संभावना है।
बेहद खराब स्तर पर पहुंची हवा
हवा की रफ्तार कम होने से मंगलवार को दिल्ली की हवा बेहद खराब स्तर पर पहुंच गई। सोमवार को दिल्ली में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 288 (खराब श्रेणी) था। वहीं, हवा की रफ्तार थमने के चलते मंगलवार को प्रदूषण में तेजी से इजाफा हुआ। 94 अंकों के इजाफे के साथ मंगलवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 382 रहा। इसे बेहद खराब श्रेणी में रखा जाता है। मंगलवार शाम 5 बजे हवा में पीएम 10 की मात्रा 370 और पीएम 2.5 की मात्रा 222.7 रही। हालांकि, विशेषज्ञ इस स्थिति को ज्यादा चिंताजनक इसलिए नहीं मान रहे हैं, क्योंकि बुधवार से तेज हवाओें के साथ बरसात होने की संभावना है। इससे वातावरण में घुले प्रदूषक कणों के पूरी तरह से धुल जाने की संभावना है।
प्रादेशिक मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि बुधवार और गुरुवार को बरसात होने की संभावना है। इस अवधि में तेज हवाओं के साथ कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है। इस दौरान हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटे के बीच रह सकती है।