समारोह को देखते हुए दिल्ली के रेलवे स्टेशनों व बस अड्डों की पार्किंग में वाहन खड़े करने की अनुमति नहीं मिलेगी। इसके अलावा कर्तव्य पथ व आसपास की सुरक्षा को दिल्ली पुलिस समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों के 22 हजार जवान संभालेंगे।
गणतंत्र दिवस समारोह के लिए दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किए हैं। पूरे शहर में 70,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। दिल्ली की सीमाएं सील कर दी गई है। भारी वाहनों को दिल्ली में प्रवेश नहीं मिलेगा, जबकि अन्य वाहनों को जांच के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। समारोह को देखते हुए दिल्ली के रेलवे स्टेशनों व बस अड्डों की पार्किंग में वाहन खड़े करने की अनुमति नहीं मिलेगी। इसके अलावा कर्तव्य पथ व आसपास की सुरक्षा को दिल्ली पुलिस समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों के 22 हजार जवान संभालेंगे। कमांडो, त्वरित प्रतिक्रिया टीम (क्यूआरटी), पीसीआर वैन, स्वाट टीमों को कर्तव्य पथ और शहर अलग-अलग महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया है।
विशेष पुलिस आयुक्त (सुरक्षा) दीपेंद्र पाठक ने बताया कि समारोह के लिए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। पूरी दिल्ली की सुरक्षा करीब 70 हजार पुलिसकर्मी करेंगे। इनमें पीसीआर, सिक्योरिटी यूनिट, मोर्चा, ईआरवी व स्पेशल सेल की टीमें तैनात की गई हैं। पुलिस किसी भी स्थिति में सुरक्षा को संभालने और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। ड्रोन के जरिये भी नजर रखी जाएगी। दिल्ली-एनसीआर का पूरा इलाका 26 जनवरी को सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक और अपराह्न 3 बजे से रात आठ बजे तक नो फ्लाइंग जोन रहेगा।
वीवीआईपी इलाके को कुल 28 जोन में बांटा
विशेष पुलिस आयुक्त दीपेंद्र पाठक ने बताया कि आधुनिक सीसीटीवी कैमरों से विजय चौक से लेकर लालकिला समेत पूरी इलाके पर नजर रखी जा रही है। लोग समारोह में आने के लिए सार्वजनिक परिवहन सेवा का इस्तेमाल करें। वीवीआईपी इलाके को कुल 28 जोन में बांटा गया है। एक जोन की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस उपायुक्त या अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त को दी गई है। एक जोन की सुरक्षा आठ हजार पुलिसकर्मी संभालेंगे।
सुबह आठ बजे तक समारोह स्थल तक पहुंच जाए
दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त (लॉ एंड ऑर्डर जोन-दो) मधुप तिवारी ने बताया कि लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग तरह के बूथ बनाए गए हैं। लोगों सुबह 8 बजे तक समारोह स्थल पर पहुंच जाए, ताकि पुलिस को जांच में किसी तरह की परेशानी न हो। लोग पानी की बोतलें आदि अपने साथ न लाएं। पानी की सुविधा दी गई है। उन्होंने लोगों ये आग्रह किया है कि कहीं भी लावारिस वस्तु दिखने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें। समारोह स्थल के पास सभी ऊंची इमारतों को पुलिस बृहस्पतिवार रात ही कब्जे में ले लेगी।
ये बूथ बनाए गए
– लापता लोगों के लिए।
– प्रवेश द्वार पर हेल्प डेस्क।
– प्राथमिक उपचार सुविधा।
– गाड़ियों की चाबी रखने के लिए।
– मोबाइल टॉयलेट बनाए।
– एंबुलेंस भी तैनात की जाएंगी।
पड़ोसी राज्यों से मांगा सहयोग
दिल्ली के विशेष पुलिस आयुक्त (ट्रैफिक) एचजीएस धालीवाल ने बताया कि 26 जनवरी को समारोह खत्म होने तक दिल्ली की सीमाएं सील रहेंगी। इसके लिए पड़ोसी राज्यों से सहयोग मांगा गया है। 26 जनवरी को कई मार्ग परिवर्तित किए जाएंगे। राजपथ से लेकर लालकिले की ओर जाने वाले सभी मार्ग बंद रहेंगे। 25 जनवरी की रात 8 बजे से लेकर 26 जनवरी दोपहर 12 बजे तक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन व आनंद विहार रेलवे स्टेशन में वाहनों की पार्किंग बंद रहेगी। यात्रियों के लिए पिक-अप और ड्राॅप वाहन स्टेशनों पर उपलब्ध रहेंगे। जब समारोह खत्म हो तो सभी लोग एंक्लोजर से बाहर निकलने के लिए भगदड़ न मचाएं। इससे अव्यवस्था फैल सकती है। लोग इंतजार करें और धीरे-धीरे निकलें।