अक्षरधाम फ्लाईओवर से नोएडा बॉर्डर तक नोएडा लिंक रोड का मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है। 3.86 किलोमीटर लंबी इस सड़क पर रोजाना औसत करीब दो लाख वाहन आवागमन करते हैं। नौ माह से इस सड़क का मरम्मत कार्य लंबित था। कार्य के दौरान गड्ढे भरने के साथ ही सड़क पर तारकोल की परत बिछेगी। यह कार्य दिसंबर तक चलेगा। ये सड़क पूर्वी दिल्ली और नोएडा आवागमन करने वालों के लिए महत्वपूर्ण है।
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मौजूदा समय में फ्लाईओवर के नीचे सड़क पर तारकोल की परत को खुरचने का काम दोनों तरफ से शुरू हो गया है। यहां पर एक लूप भी है जो नोएडा से आने वाले व मयूर विहार जाने वाले लोगों और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे की ओर जाने वाले लोगों के लिए एक विकल्प प्रदान करता है। इसकी भी मरम्मत होगी। सड़क के सभी गड्ढों और दरारों की मरम्मत की जाएगी यह काम पूरा होने के बाद नोएडा लिंक रोड तक फ्लाईओवर की सतह की मरम्मत होगी। इसके बाद तारकोल बिछाया जाएगा। यातायात बाधित न हो इसके लिए फ्लाईओवर पर मरम्मत का काम चरणों में किया जाएगा।
तीन अन्य फ्लाईओवरों की भी मरम्मत
अधिकारियों ने बताया कि ओखला-मोदी मिल फ्लाईओवर से आईआईटी-दिल्ली फ्लाईओवर तक आउटर रिंग रोड खंड की मरम्मत की योजना पर भी काम किया जा रहा है। बीते माह चिराग दिल्ली फ्लाईओवर के पास स्क्रैपिंग का काम शुरू किया गया था।
ग्रैप तीन लागू होने पर रोकना पड़ेगा काम
अधिकारियों ने बताया कि अभी ग्रैप दो लागू है, लेकिन अधिक वायु प्रदूषण होने पर ग्रैप तीन लागू कर दिया जाएगा। इसके लागू होेते ही काम रोकना पड़ सकता है। इसमें सड़क निर्माण गतिविधियों और बड़े कामों पर सख्त प्रतिबंध है। वहीं, मरम्मत कार्य के दौरान तारकोल की परत को खुरचा जाता है। इसमें अधिक धूल उड़ती है। यदि ग्रेप तीन नहीं लागू होगा तो यह काम दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।