डीसीपी प्रशांत गौतम के अनुसार, 16 मई को शाहदरा पुलिस को सूचना मिली थी कि मंडोली रोड पर एक दुकान में एनसीईआरटी की नकली किताबों की बिक्री हो रही है। सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर मुनिश कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई।
शाहदरा जिला पुलिस ने 2.4 करोड़ रुपये की एनसीईआरटी की नकली किताबें पकड़ी हैं। पुलिस ने इस मामले में निशांत गुप्ता और उसके पिता प्रशांत गुप्ता निवासी सरिता विहार और अरविंद कुमार निवासी सेक्टर-15, सोनीपत (हरियाणा) को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 1.70 लाख से अधिक नकली किताबें जब्त की गईं।
डीसीपी प्रशांत गौतम के अनुसार, 16 मई को शाहदरा पुलिस को सूचना मिली थी कि मंडोली रोड पर एक दुकान में एनसीईआरटी की नकली किताबों की बिक्री हो रही है। सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर मुनिश कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। साथ ही एनसीईआरटी के सहायक उत्पादन अधिकारी प्रकाशवीर सिंह को भी किताबों की प्रामाणिकता जांचने के लिए बुलाया गया। पुलिस ने मंडोली रोड पर अनुपम सेल्स नामक दुकान पर छापा मारा, जहां प्रशांत गुप्ता और उसके बेटे निशांत गुप्ता को किताबें बेचते पाया गया। दुकान से सामाजिक विज्ञान की 27 जाली किताबें (कक्षा 12वीं) बरामद की गईं।
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे दिल्ली के हिरणकी के एक गोदाम से नकली किताबें खरीदते थे। इसके बाद पुलिस ने हिरणकी के शिव एनक्लेव, कश्मीरी कॉलोनी में छापा मारा, जहां से लगभग 1.70 लाख नकली किताबें बरामद की गईं, जिनकी कीमत 2.4 करोड़ रुपये आंकी गई। गोदाम के मालिक अरविंद कुमार को भी गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी प्रशांत गुप्ता ने पुलिस को बताया कि वह 25 वर्षों से यह दुकान चला रहा है और उसके बेटे निशांत ने 5 साल पहले कारोबार में हाथ बंटाना शुरू किया। इस मामले में फिलहाल पुलिस काे शक है कि दिल्ली-एनसीआर में यह रैकेट बड़े स्तर पर काम कर रहा है। ऐसे में इसमें शामिल कई अन्य लोग भी पुलिस के रडार पर हैं।
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