उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा के बाद मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। रविवार को गोकुलपुरी इलाके में स्थित नाले से एक और भागीरथी बिहार में दो शव बरामद किए गए। बदबू आने पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद सर्च अभियान चलाकर शव को बरामद किया गया। हिंसा में मरने वाली की संख्या बढ़कर अब 45 तक पहुंच गई है। पुलिस ने इसकी पुष्टि की है।
फिलहाल मृतक के शव की पहचान नहीं हो पायी है। पुलिस प्रशासन शव की पहचान कर रहा है। इससे पहले इस नाले से अलग-अलग इलाकों में तीन शव बरामद किए जा चुके हैं। आइबी कांस्टेबल अंकित का शव भी इसी नाले से चांद बाग इलाके से बरामद हुआ था।
उधर, करावल नगर के गोविंद विहार इलाके में एक केमिकल की क्ट्री करीब 20 साल से चल रही हैं। फैक्ट्री के पास में एक निजी स्कूल भी हैं। स्कूल की तरफ से फैक्ट्री बंद करवाने के लिए कई बार शिकायत की गई, लेकिन कभी ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई।
जानकारी के मुताबिक हिंसा के दौरान यही से केमिकल सप्लाई हुआ था। आस पास के दुकानदारों का कहना हैं कि हिंसा से पहले यहां कुछ लोगों का आना जाना लगतार लगा रहा हैं। इसके अलावा इलाके में कोई और केमिकल की फैक्ट्री नहीं हैं।
हिंसा की आग ने शिव विहार को पूरी तरह से तबाह कर डाला है। क्षेत्र में मकानों से लेकर दुकानों तक तबाही का वो खौफनाक मंजर देखने को मिला जिसे देखकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएं।
शिव विहार मार्केट के आसपास कई घरों पर ताले लगे पड़े थे। क्षेत्र में अब भी लोग खौफ के साये में जीवनयापन कर रहे हैं। हिंसा शांत होने के बाद शनिवार को दैनिक जागरण की टीम ने शिव विहार इलाके का जायजा लिया।
टीम ने हर उस मकान का जायजा लिया जहां दंगाइयों ने गुलेल से पेट्रोल बम दागे। जिस कॉलोनी में आज तक कभी छोटी मोटी लड़ाई तक नहीं हुई वहां आज इतना बड़ा दंगा हो गया कि पूरा क्षेत्र सूनसान हो गया।
क्षेत्र में आगजनी के बाद बिजली के अधिकतर तार जलकर खाक हो गए। कई कॉलोनियों में दो दिन तक बिजली गुल रही, अंधेरे का फायदा उठकर असामाजिक तत्वों ने खूब चोरी की। अब बीएसईएस के कर्मचारी खंभों के तारों को बदल रहे हैं। जल्द ही पूरे क्षेत्र में बिजली व्यवस्था को दूरुस्त कर दिया जाएगा।