हिंसा के खौफनाक चक्र के बाद राजधानी दिल्ली में अब जिंदगी आहिस्ता-आहिस्ता कदम आगे बढ़ा रही है. दुकानें खुलने लगी हैं, गाड़ियां निकलने लगी हैं. बाजार में चहल-पहल देखी जा रही है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक दिल्ली हिंसा में मरने वालों की संख्या 41 तक पहुंच गई है.
हिंसा की किसी भी साजिश को कुचलने के लिए दिल्ली पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स के जवानों ने रात भर हिंसा ग्रस्त इलाको में गश्त किया. मौजपुर, करावल नगर, भजनपुरा, सीलमपुर और जाफराबाद जैसे इलाकों में पुलिस की भारी बंदोबश्त है. पुलिस एहतियातन लोगों से सावधानी बरतने की बात कह रही है और अफवाहों से बचने की अपील कर रही है.
हिंसा से प्रभावित मौजपुर में स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है. शनिवार सुबह मौजपुर चौक पहुंचे तो ट्रैफिक मूवमेंट लगभग सामान्य थी.
रेड लाइट पर गाड़ियों की कतारें थी, लोग दफ्तर के लिए निकल रहे थे. आज तक ने मौके पर मौजूद लोगों से भी बात की. उन्होंने कहा कि स्थिति अब काफी हद तक कंट्रोल हो चुकी है.
लोग अब घरों से बिना डर के निकल रहे हैं. दुकानें भी खुलने लगी हैं. दवा दुकानों के खुलने का लोगों को इंतजार था. अब इलाके के मेडिकल स्टोर्स भी खुल गए हैं.
दिल्ली हिंसा में सब कुछ गंवा चुके लोगों को दिल्ली सरकार ने मदद देनी शुरू कर दी है. इसके लिए सरकार ने विज्ञापन जारी किया है और पीड़ितों को फॉर्म भरकर स्थानीय एसडीएम ऑफिस में जमा करने को कहा है. इस फॉर्म के आधार पर लोगों को मदद दी जाएगी.
पुलिस का कहना है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली की इस हिंसा में 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. दिल्ली पुलिस के मुताबिक उत्तर-पूर्वी दिल्ली की इस हिंसा में अबतक 123 एफआईआर दर्ज किया गया है. इस मामले में पुलिस ने अबतक 630 को या तो गिरफ्तार किया गया है, अथवा उनसे पूछताछ की जा रही है.
दिल्ली पुलिस शांति बहाली के लिए प्रभावित इलाकों में अमन कमेटी की मीटिंग करवा रही है. पुलिस की नजर सोशल मीडिया के मैसेज पर है. फेक मैसेज फैलाने वालों को पुलिस ने कहा है कि उनके खिलाफ बेहद सख्ती से कार्रवाई की जाएगी. फेक मैसेज के खिलाफ साइबर सेल में कोई भी शिकायत कर सकता है.