क्लस्टर स्कीम में आने वाली एक हजार स्टैंडर्ड फ्लोर बसों की पहली खेप के तहत मंगलवार को 25 नई बसों को मंगलवार से दिल्ली के सड़कों पर उतारा जाएगा।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राजघाट डिपो से हरी झंडी दिखाकर इन्हें रवाना करेंगे। इन बसों में हाइड्रोलिक लिफ्ट, पैनिक बटन, सीसीटीवी कैमरे व जीपीएस जैसी सुविधाएं हैं। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि दिल्ली में करीब दस साल के बाद नई बसें आई हैं। स्टैंडर्ड फ्लोर बसों की पहली खेप द्वारका सेक्टर 22 डिपो के लिए होगी।
खास हैं ये बसें
37 सीटों वाली इन बसों में 14 पैनिक बटन और 3 कैमरे लगे हैं। नारंगी रंग की इन बसों को क्लस्टर स्कीम के तहत चलाया जाएगा। अभी जो बसें चल रही हैं, उनमें 41 सीटें हैं। परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी बसों में दिव्यांगों को व्हील चेयर सहित चढ़ाने के लिए हाइड्रोलिक लिफ्ट लगाई गई है, इस वजह से 4 सीटें कम की गई हैं।
दोनों तरफ हैं पैनिक बटन
इसके अलावा बस में दोनों तरफ 7-7 पैनिक बटन हैं। इसके साथ ही तीन कैमरे लगाए गए हैं। 2 कैमरे बस के अंदर लगाए गए हैं और एक कैमरा बस की पीछे की तरह लगा है ताकि चालक को बस के पीछे आती गाड़ियों के बारे में पता चल सके। इससे सड़क हादसों को रोकने में मदद मिलेगी। इससे कंट्रोल रूम में स्क्रीन पर पता चल जाएगा कि कौन सी नंबर की बस है और कहां पर है।
इस साल में आनी हैं 4 हजार बसें
दिल्ली सरकार की योजना 4 हजार बसें लाने की है, जिनमें एक हजार बसें हाइड्रोलिक लिफ्ट वाली हैं। इसके अलावा डीटीसी की एक हजार बसें आएंगी। एक हजार लो फ्लोर एसी सीएनजी बसें और एक हजार लो-फ्लोर एसी इलेक्ट्रिक बसें आनी हैं।