दिल्ली में रविवार सुबह जोरदार बारिश हुई. इस वजह से सड़कों पर पानी भर गया. कनॉट प्लेस की मिंटो रोड पर जलभराव की समस्या इतनी खतरनाक हो गई कि एक टेंपो ड्राइवर की जान चली गई.
मृतक की पहचान 60 वर्षीय कुंदन के रूप में हुई है. बीजेपी ने इस घटना के लिए केजरीवाल सरकार को जिम्मेदार बताया है. वहीं सीएम केजरीवाल ने कहा है कि यह वक्त दोषारोपण का नहीं है. सबलोग मिल कर अपनी जिम्मेदारी निभाएं.
वहीं आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने बीजेपी के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि दिल्ली में बीजेपी को दिन रात आरोप लगाना है क्योंकि उनके पास काम नहीं है.
नालों की सफाई MCD, PWD और जलबोर्ड की जिम्मेदारी है. अचानक बारिश हो जाएगी, इसका अंदाजा नहीं था. ये आरोप प्रत्यारोप का समय नहीं है. जलभराव में वो छोटा हाथी (टेम्पो) लेकर चले गए, और उनकी जान गयी. कहां हमसे चूक हुई, कहां MCD से, उसे ठीक करने की आवश्यकता है.
वहीं जब आप सांसद से पूछा गया कि हर साल बारिश के बाद जलभराव होता है, इसके बावजूद नालों की सफाई क्यों नहीं होती है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि कई बार अचानक परिस्थिति बन जाती है.
MP फ्लैट्स और बंगले तक में पानी गिर रहा है. सड़क के अलावा नालों में जलभराव है, जहां MCD जिम्मेदार है. इस गड़बड़ी को ठीक करने की जरूरत है. अचानक इतनी तेज बारिश हो जाएगी इसका अनुमान नहीं था.
संजय सिंह से पूछा गया कि जलभराव की जगह पर पंप से पानी निकालने की व्यवस्था नदारद क्यों है? इसके जवाब में उन्होंने कहा, जहां जलभराव है वहां गाड़ी चलाने का प्रयोग नहीं करना चाहिए.
ये लोगों द्वारा जान जोखिम में डालने वाली बात है. लेकिन पंप क्यों नही चले, कहां क्या कमी रही? इसके लिए विभाग के अधिकारियों से बात करेंगे.
क्या मौत के मामले में कार्रवाई होगी? इस सवाल के जवाब में राज्यसभा सांसद ने कहा, मौत की घटना दुखद है. पुलिस का बयान या अन्य जानकारी मिली है, जिसके मुताबिक जलभराव में गाड़ी ले जाने का प्रयास हुआ, ऐसे समय में सावधानी बरतने की जरूरत होती है, ना कि जलभराव में गाड़ी चलाएं.
रविवार तड़के भारी बारिश के बाद कुंदन गाड़ी लेकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से कनॉट प्लेस की तरफ जा रहा था. रास्ते में मिंटो ब्रिज के पास जलभराव था. इस बीच कुंदन अपनी गाड़ी लेकर ब्रिज से निकलने की कोशिश कर रहा था, लेकिन गाड़ी पानी में फंस गई और कुंदन की मौत हो गई.
इस घटना के बाद नॉर्थ दिल्ली के मेयर जय प्रकाश मौके पर पहुंचे. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इस इलाके की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की है. इसलिए शख्स के मौत की जिम्मेदारी सीएम केजरीवाल को लेनी चाहिए और मृतक के परिजनों को सहायता देनी चाहिए.
वहीं, दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष व सांसद मनोज तिवारी ने भी दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मानसून की पहली बारिश ने ही सीएम केजरीवाल के तैयारियों की पोल खोल दी.