दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की हार के बाद कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस हार के लिए पार्टी नेताओं के बयानों को जिम्मेदार बताया है.
अब बीजेपी की सहयोगी जेडीयू का कहना है कि अगर बीजेपी दिल्ली में विकास के मॉडल को आगे बढ़ाती तो नतीजे कुछ और होते. जेडीयू नेता केसी त्यागी का कहना है कि दिल्ली में कुछ नेताओं ने जो भड़काऊ बयान दिए थे, वो निंदात्मक थे.
जेडीयू नेता ने कहा कि इन बयानों के कारण दिल्ली में एनडीए के विकल्प के तौर पर नहीं उबर पाया. गुजरात के विकास मॉडल की वजह से नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बन गए, अगर दिल्ली में एनडीए सरकार के काम और बिहार में नीतीश सरकार के काम को आगे रखते तो नतीजे बिल्कुल अलग हो सकते थे.
बीजेपी नेताओं के भड़काऊ बयानों पर केसी त्यागी ने कहा कि जिस तरीके के तथाकथित वक्ताओं के जरिए धार्मिक ध्रुवीकरण के प्रयास हुआ, वह काउंटर प्रोडक्टिव साबित हुए यह नतीजे बताते हैं.
आम आदमी पार्टी की जीत को लेकर केसी त्यागी ने कहा कि किसी राज्य में अगर स्थानीय पार्टी चुनाव लड़ती है तो मुखिया का प्रचार करने का अलग तरीका रहता है. जब नरेंद्र मोदी गुजरात में सीएम थे, तो उनका विकास मॉडल देश में चर्चा बना, ऐसा ही 2015 में जब केजरीवाल दिल्ली में आए तो देश के अन्य हिस्सों में उन्हें पहचान मिलनी शुरू हुई.
क्या इस जीत के बाद केजरीवाल राष्ट्रीय चेहरा बन पाएंगे, इस सवाल पर केसी त्यागी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का वर्तमान स्वरूप क्षत्रपों के लिए महत्वकांक्षा पैदा करता है, लेकिन ये मददगार साबित होगा ऐसा नहीं लगता है.
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल देश में विपक्ष का चेहरा नहीं हो सकते हैं, वो बैठकें बुला सकते हैं लेकिन जरूरी नहीं कि पूरा विपक्ष उनके पीछे खड़ा होगा.