पुलिस का वायरलेस सिस्टम पूरी तरह ठप हो गया है। यह सुविधा देने वाली कंपनी ने पैसे न मिलने की वजह से वायरलेस सिस्टम की सेवाएं रोक दी हैं।
स्वतंत्रता दिवस नजदीक है। इस दौरान अगर कोई आतंकी हमला कर दे, या फिर शरारती तत्व कोई वारदात कर दे तो दिल्ली पुलिस के पास उन्हें पकड़ने की संभावना बहुत कम रह गई है। शरारती तत्व अगर मौके से भाग निकलता है तो पुलिस के पास उसे आगे की थाना पुलिस को सूचना देने का फिलहाल कोई साधन नहीं है। पुलिस का वायरलेस सिस्टम पूरी तरह ठप हो गया है।
यह सुविधा देने वाली कंपनी ने पैसे न मिलने की वजह से वायरलेस सिस्टम की सेवाएं रोक दी हैं। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पूरी दिल्ली पुलिस का वायरलेस सिस्टम पिछले करीब छह दिन से ठप है। वरिष्ठ सूत्रों के अनुसार वायरलेस सिस्टम सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनी की तीन महीने की पेमेंट नहीं की गई है। इस कारण कंपनी ने सेवाएं रोक दी हैं। दिल्ली पुलिस के कम्यूनिकेशन यूनिट के डीसीपी मनोज सी ने बताया कि दिल्ली पुलिस का वायरलेस सिस्टम ठीक से काम कर रहा है, कहीं भी कोई समस्या नहीं है। जबकि कई पुलिस स्टेशन का मुआयना करने पर पता चला कि यह ठप है।
फरार आतंकवादियों के पोस्टर किए चस्पा
राजधानी में स्वतंत्रता दिवस समारोह पर आतंकियों की ओर से आतंकी घटना को अंजाम देने से रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है। इसके लिए पुलिस ने जगह-जगह फरार आतंकियों के पोस्टर वीआईपी इलाके से लेकर आम इलाकों में चस्पा किए हैं। ये पोस्टर अलकायदा व खालिस्तान से जुड़े विभिन्न आतंकवादियों के हैं। ऐसे में पुलिस ने लोगों से आतंकवादियों से जुड़ी सूचना देने की भी अपील की है।
जेएनयू के पास फुटओवर ब्रिज की दीवारों पर लिखे आपत्तिजनक नारे
जेएनयू के पास एक फुटओवर ब्रिज की दीवारों पर आपत्तिजनक नारे लिखे जाने का मामला सामने आया है। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने वीडियो और फोटोग्राफ करने के बाद नारे को मिटा दिया। पुलिस मामला दर्ज कर आपत्तिजनक नारे लिखने वालों की पहचान करने में जुटी है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि बृहस्पतिवार शाम को नारे लिखे जाने की जानकारी मिली थी। सूचना मिलते ही वसंत कुंज नॉर्थ थाने की पुलिस टीम जेएनयू के पास स्थित फुटओवर ब्रिज के पास पहुंची। पुलिस ने देखा कि दीवारों पर बांग्लादेशी रोहिंग्या वापस जाओ, रोहिंग्या भारत छोड़ो और भाग रोहिंग्या भाग जैसे नारे लिखे हुए थे।
पुलिस टीम ने नारे को तुरंत मिटा दिया। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को कब्जे में ले लिया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि नारे रात में लिखे गए हैं। दोपहर बाद जब लोगों ने इसे देखा तो इसका वीडियो और फोटो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। शाम में मामला पुलिस के संज्ञान में आया। पुलिस नारे लिखने वालों की पहचान करने में जुटी है।