एमसीडी ने दो अधिकारी एवं एक कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया, जबकि दो अधिकारी एवं एक कर्मचारी की सेवाएं तुरंत प्रभाव से समाप्त कर दीं, वहीं एक अधिकारी का डिमोशन किया गया है।
एमसीडी के शिक्षा विभाग में अनुसूचित जाति एवं जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों की छात्रवृत्ति के करोड़ों रुपये के हेरफेर के मामले में करीब आठ साल बाद कार्रवाई हुई है। मामले में सात अधिकारियों पर गाज गिरी है। एमसीडी ने दो अधिकारी एवं एक कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया, जबकि दो अधिकारी एवं एक कर्मचारी की सेवाएं तुरंत प्रभाव से समाप्त कर दीं, वहीं एक अधिकारी का डिमोशन किया गया है।
एमसीडी के अनुसार, मध्य जोन में स्कूल निरीक्षक प्रमोद कुमार, प्रधानाचार्य मंसब जोशी एवं विजय बहादुर त्रिपाठी ने विद्यालय कृष्णा मार्केट लाजपत नगर एवं मोदी मिल के नाम से खाता खुलवाकर छात्रवृत्ति की राशि उनमें डाल दी। यह राशि कई माह बाद बच्चों को दी गई। इस तरह उन्होंने इस राशि का ब्याज हड़प लिया।
इस मामले की जांच के दौरान यह गड़बड़ी पकड़ी गई और उनको बर्खास्त कर दिया गया है। इसके साथ ही तत्कालीन सहायक शिक्षा निदेशक एवं वर्तमान उप शिक्षा निदेशक मंजू खत्री की एवं उनके बाद कार्यभार संभालने वाले सहायक शिक्षा निदेशक एवं वर्तमान में उप शिक्षा निदेशक कंवलजीत सिंह व कैश बुक एवं चेक का रिकॉर्ड रखने की जिम्मेदारी रखने वाले विद्यालय सहायक राधे श्याम की कार्य में कोताही बरतने पर सेवाएं समाप्त कर दी हैं। वहीं, विद्यालय निरीक्षक राजेश भगत का अपने वेतन स्तर से तीन स्तर नीचे डिमोशन किया गया है।