दिल्ली जीतने के लिए भाजपा ने इस बार भी जी-जान लगा दी थी। यहां तक कि भाजपा ने दिल्ली फतह करने के लिए अपने करीब 350 सांसदों व नेताओं को मैदान में उतार दिया था। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने खुद गली-गली घूमकर वोट मांगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोरदार भाषणों से आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।
अमित शाह ने खुद 35 रैलियां कीं। ताजा रुझानों में भाजपा को पिछले चुनावों की तुलना में थोड़ा फायदा होते भी दिख रहा है। इसके बावजूद दिल्ली का तख्त अभी भी उसकी पहुंच से दूर है। दिल्ली की जनता फिर से अरविंद केजरीवाल पर भरोसा जताते दिख रही है।
पिछले दो लोकसभा चुनावों और कई विधानसभा चुनावों में मोदी मैजिक चलने के बावजूद पिछले 20 साल से भाजपा दिल्ली की सत्ता में वापसी नहीं कर पा रही है। इस बार जीतने के लिए आक्रामक चुनाव अभियान शुरू किया गया था। पार्टी के शीर्ष नेताओं ने कई रैलियों को संबोधित किया और रोड शो और डोर-टू-डोर अभियान चलाए। भाजपा ने 200 सांसदों, कई मुख्यमंत्रियों और लगभग सभी केंद्रीय मंत्रियों को चुनाव प्रचार में शामिल किया।