देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) के तुगलकाबाद में एक ऑटो रिक्शा की पीछे वाली सीट पर पांच फुट का अजगर (Python ) पाया गया. वाईल्डलाईफ एसओएस के एक अधिकारी ने बताया कि बीते बुधवार की सुबह सुबह सड़क किनारे खड़े ऑटोरिक्शा में अजगर पाया गया, उस वक्त ऑटो में कोई नहीं था. ड्राईवर ने अपने ऑटो रिक्शा के सीएनजी किट के नीचे अजगर को लिपटा पाया और वाईल्डलाईफ एनजीओ के हेल्पलाईन नंबर पर फोन किया. एनजीओ की दो सदस्यीय टीम ने अजगर को सीएनजी किट से हटाया.
एक अधिकारी ने बताया कि बाद मे उसे एक जंगल में छोड़ दिया गया. वाईल्डलाईफ एसओएस के सह संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी कार्तिक सत्यनारायण ने कहा, ‘सांपों को संभालना एक चुनौतीपूर्ण कार्य हो सकता है, लेकिन हमारी टीम ऐसे संवेदनशील अभियान के लिए प्रशिक्षित है. यह अजगर इस बात का उदाहरण है कि कैसी शहरी परिवेश में सरीसृप प्राणियों को मुश्किलें आती हैं.’ हालांकि राहत की बात ये रही कि अजगर की वजह से किसी को भी कोई नुकसान नहीं हुआ.फाइल में मिला था कोबरा
बता दें कि पिछले महीने छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में संचालित एसईसीएल के दफ्तर में एक कर्मचारी की फाइल में कोबरा सांप बैठा मिला था. कर्मचारी की नजर जब फाइल पर पड़ी तो सब हैरान रह गए. आन फानन में स्नैक कैचर को बुलाया गया, उन्होंने काफी मशक्कत के बाद कोबरा को पकड़ा. दावा किया गया है बाद में उसे जंगल में छोड़ दिया गया है. बारिश के दिनों में इस तरह के मामले देशभर में अलग अलग स्थानों से सामने आते हैं.
बता दें कि पिछले महीने छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में संचालित एसईसीएल के दफ्तर में एक कर्मचारी की फाइल में कोबरा सांप बैठा मिला था. कर्मचारी की नजर जब फाइल पर पड़ी तो सब हैरान रह गए. आन फानन में स्नैक कैचर को बुलाया गया, उन्होंने काफी मशक्कत के बाद कोबरा को पकड़ा. दावा किया गया है बाद में उसे जंगल में छोड़ दिया गया है. बारिश के दिनों में इस तरह के मामले देशभर में अलग अलग स्थानों से सामने आते हैं.