दिल्ली देश की ही नहीं अपराधों की भी राजधानी बन चुकी है, खासकर महिला अपराधों के मामले में दिल्ली देश का सबसे खतरनाक महानगर हो चुका है. इसकी ताजा मिसाल बीते दिनों भी देखने को मिली. दिल्ली और आस-पास के इलाकों में महिला के साथ छेड़छाड़ की तीन-तीन वारदातें सामने आई हैं.
पहली वारदात दिल्ली से सटे गुरुग्राम की है, जहां एक युवती के साथ बीच सड़क में 3 बदमाशों ने छेड़खानी की. पीड़िता शिकायत पर हालांकि केस दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक, उन्हें सूचना मिली थी कि सेक्टर-43 के पास अमेरिकन एक्प्रेस कंपनी के सामने कुछ युवक एक युवती के साथ बदतमीजी कर रहे हैं.
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने मौका-ए-वारदात से ही तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. तीनों युवक गुरुग्राम में ही किसी निजी कंपनी में काम करते हैं और तीनों मेरठ के रहने वाले हैं. गुरुग्राम के सुशांत लोक थाने में केस दर्ज हुआ है. पुलिस ने तीनों आरोपियों की पहचान महराज, सहनवाज, औऱ जावेद के रूप में की है. पीड़िता के मुताबिक, बार-बार मना करने और समझने के बाद भी वे उसके साथ छेडखानी करते रहे.
ट्रेन में विदेशी युवती से छेड़छाड़, लूटपाट
जालंधर से दिल्ली आ रही ट्रेन में एक विदेशी युवती से छेड़छाड़ और लूटपाट का गंभीर मामला भी सामने आया है. कनाडा की रहने वाली नीता अपने पति के साथ दिल्ली आ रही थीं. ट्रेन दिल्ली में प्रवेश कर चुकी थी और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से थोड़ा ही दूर रह गई थी.
तभी सदर बाजार इलाके के पास एक लड़का उनका बैग छीनकर भागने लगा. पीड़िता ने बताया कि उनके बैग में कई अहम दस्तावेज, एक लैपटॉप, नकद 1 लाख डॉलर की राशि, उनका पासपोर्ट और प्रॉपर्टी के पेपर भी रखे हुए थे. ट्रेन से उतरकर नीता ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर जीआरपी पुलिस स्टेशन में शिकायत की. पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया है लेकिन, अब तक आरोपी को नहीं पकड़ा जा सका है. पीड़िता विदेशी युवती का कहना है कि उन्होंने आरोपी को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था लेकिन पुलिस ने उसे बाद में छोड़ दिया.
महिला के साथ बीच सड़क बदसलूकी, धमकी
दिल्ली के तुगलक रोड थाने में एक महिला ने एक अनजान शख्स के खिलाफ गैरकानूनी तरीके से रोके जाने और धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया है. पीड़िता के मुताबिक, 17 जनवरी की रात वह मैक्समुलर मार्ग से अपने एक पुरुष दोस्त से साथ कहीं जाने के लिए निकल रही थी.
महिला ने अपनी कार बैक की, लेकिन वह पीछे खड़ी काले रंग की एक मर्सिडीज कार से टच कर गई. जब महिला यह देखने के लिए उतरी कि मर्सिडीज में ज्यादा खरोंच तो नहीं आई, तभी उसमें से एक शख्स बाहर निकला और उसने महिला को गालियां देना शुरू कर दिया और बदसलूकी करने लगा.
महिला इससे बेहद डर गई और अपनी कार में बैठकर आगे जाने लगी. लेकिन उस शख्स ने विंडो के अंदर हाथ डालकर उनकी स्टेयरिंग पकड़ ली. इस बीच वहां काफी लोग इकट्ठे हो गए. महिला काफी डर गई थी और लगातार मदद के लिए आवाज लगा रही थी, लेकिन कोई उसकी मदद को आगे नहीं आया.
इस बीच महिला ने पुलिस को कॉल कर दिया. दोबारा महिला कार आगे बढ़ाने लगी तो आरोपी शख्स महिला की कार की बोनट पर चढ़ गया और महिला को भद्दी-भद्दी बातें कहने लगा. जब वह किसी भी तरह बोनट से उतरने को तैयार नहीं हुआ, तो महिला ने उसी स्थिति में अपनी कार चला दी.
काफी दूर तक वह महिला की कार की बोनट पर ही बैठा रहा और गालियां देता रहा. इसी बीच रास्ते में गुजर रही एक कार से एक कपल उतरा और उन्होंने उस शख्स को डांटा तब जाकर उसने महिला का पीछा छोड़ा. इस पूरे मामले में तुगलक रोड थाने में 1 फरवरी को मुकदमा दर्ज किया गया. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि जब महिला ने 17 जनवरी को पुलिस कॉल की थी तो FIR दर्ज करने में 1 फरवरी तक का वक़्त क्यों लगा.